खूंटी: जिले में बाइपास सड़क निर्माण को लेकर एक ओर कांग्रेस सांसद कालीचरण मुंडा संसद भवन में यह मामला उठाते हुए जल्द से जल्द खूंटी में बाइपास बनाने की मांग रख चुके हैं तो वहीं खूंटी से झामुमो विधायक राम सूर्य मुंडा बाइपास रोड के पक्ष में नहीं है. इस मुद्दे पर विधायक राम सूर्य मुंडा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि जिले के विकास के प्रति गंभीर हैं, लेकिन बाइपास का मुद्दा उनकी प्राथमिकता सूची में नहीं है. इतना ही नहीं इस बाइपास को बनाने के पक्ष में भी नहीं है. उन्होंने कहा कि भले ही बाइपास का शिलान्यास हो चुका है, लेकिन वे इसे नहीं बनने देंगे. अगर केंद्र सरकार इसे आगे बढ़ाने का प्रयास करती है तो बाइपास निर्माण कार्य का विरोध किया जाएगा.
विधायक ने कहा कि बाइपास बनने से खूंटी क्षेत्र के किसान और आदिवासी लोग प्रभावित होंगे. उनकी जमीन चली जाएगी. कई तो ऐसे हैं जिनकी पूरी जमीन बाइपास में चली जाएगी. हम इसका विरोध करेंगे. विधायक ने कहा कि खूंटी शहर में जाम की समस्या है, उसे दूर करने के लिए बिरहू की सड़क को थोड़ा चौड़ा कर बाइपास के रूप में इस्तेमाल करने लायक बनवाया जाएगा ताकि शहर की सड़कों से भारी वाहनों का आवागमन कम हो सके.
विधायक ने कहा कि खूंटी विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी अहम मुद्दे हैं, जिसपर चरणबद्ध तरीके से काम किए जाएंगे. यहां के ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कें काफी खराब हैं, इसे भी जल्द ठीक कराया जाएगा. स्कूल की स्थिति भी ठीक नहीं है. नॉलेज सिटी के सवाल पर कहा कि यह काफी दिनों से प्रस्तावित है, इस दिशा में वे प्रयास करेंगे. विधायक राम सूर्य मुंडा ने कहा कि गांवों में पानी की बड़ी समस्या है. इस पर भी विशेष ध्यान देंगे. बिजली की समस्या पर भी काम किया जाएगा. साथ ही खूंटी में जर्जर तारों को हटाकर केबल लगाया जाएगा, ताकि हादसे की आशंका न के बराबर रहे.
गौरतलब है कि बाइपास निर्माण खूंटी जिले के लिए बड़ा मुद्दा माना जाता है. लोकसभा चुनावी घोषणा से कुछ दिन पहले खूंटी के तत्कालीन खूंटी सांसद अर्जुन मुंडा ने शिलान्यास किया था. इस दौरान पथ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी समेत कई दिग्गज नेता मौजूद थे. लोकसभा चुनाव परिणाम आने के कुछ दिनों बाद कांग्रेस के सांसद कालीचरण मुंडा ने सदन में बाइपास का मुद्दा उठाया था. इसके बाद विधानसभा चुनाव में बाइपास का मुद्दा दोबारा उठा और प्रत्याशियों ने बनाने का वादा किया. झामुमो प्रत्याशी ने चुनाव से पूर्व बाइपास सड़क निर्माण का दावा किया था, लेकिन अब वे इसे बनाने के पक्ष में नहीं हैं. उनका कहना है कि शहर को जाम मुक्त करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी.
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