सीकर. फाल्गुन शुक्ल एकादशी के वार्षिक मेले पर खाटू श्याम जी में उत्साह के साथ भक्तों का पहुंचना जारी है. इस दौरान भक्त अपने आराध्य बाबा श्याम की एक झलक पाने के लिए लाखों की संख्या में यहां पहुंचे हैं. खास बात है कि रींगस से लेकर खाटू श्याम जी के बीच करीब 17 किलोमीटर की दूरी पर पैदल यात्रियों का जत्था देखा जा सकता है. सालों पुरानी परंपरा के अनुसार आज बाबा श्याम भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण पर निकले. इस दौरान शाही रथ पर नीले घोड़े पर सवार होकर बाबा की सवारी के लोगों ने दर्शन किए. मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्रताप सिंह के अनुसार 9 दिन के मेले में अब तक 20 लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा श्याम की दर्शन कर चुके हैं. वहीं, ग्यारस वाले दिन देशभर से करीब 25 लाख श्रद्धालु यहां पहुंचने का उम्मीद है.
फाल्गुन एकादशी पर भरता है मुख्य मेला : बाबा श्याम का एकादशी का मुख्य मेला फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को भरता है. इस दौरान लखदातार के दरबार में आस्था का सैलाब नजर आ रहा है. कस्बे की हर गली में श्याम के जयकारे लगाते हुए भक्त मुख्य मंदिर तक पहुंच रहे हैं. इस दौरान सुरक्षा के भी व्यापक का इंतजाम किए गए हैं. जिले का प्रशासनिक अमला मेले के दौरान खाटू में ही मौजूद है. कलेक्टर कमर उल जमान चौधरी और एसपी भुवन भूषण यादव खाटूश्याम जी में व्यवस्थाओं पर नजर बनाए हुए हैं. शहर के प्रत्येक पॉइंट पर CCTV कंट्रोल रूम से नजर रखी जा रही है. प्रशासन के अनुमान के मुताबिक आज करीब 25 लाख श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन करेंगे. मेले में 5 हजार पुलिसकर्मी, 350 सीसीटीवी कैमरे और 16 ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है. सादा वर्दी में भी तैनात पुलिसकर्मियों के अलावा ईआरटी और एसडीआरएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है.
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भक्त ने भेंट किया 100 किलो की चांदी का रथ : खाटूश्यामजी मेले के नौवें दिन जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के अनुमान है. वहीं, जयपुर से 100 किलो चांदी से तैयार किया गया रथ लेकर बाबा श्याम के भक्त खाटू धाम पहुंचे हैं. बताया जा रहा है कि चांदी से तैयार इस रथ की कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है. खाटू तक अपनी धार्मिक यात्रा करने वालों में सिर्फ पद यात्री ही शामिल नहीं है, बल्कि दंडवत यात्रा करते हुए भी श्रद्धालु अपनी मन्नत पूरी होने पर श्याम दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. दिल्ली से आए श्रद्धालु ने मन्नत पूरी होने पर यहां पीठ के बल पर चलकर रींगस से खाटू तक का सफर तय किया है. वहीं, मध्य प्रदेश से आए एक श्रद्धालु करीब 1300 कीलों से तैयार किए गए पट्टे पर पेट के बल लेटकर खाटू श्याम जी का सफर पूरा कर रहे हैं. बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले में परम्परा के अनुसार सूरजगढ का प्राचीन निशान द्वादशी गुरुवार को चढ़ेगा. वर्ष पर्यन्त शिखरबंद पर चढ़े रहने वाला निशान जत्थे के साथ चढ़ाया जाएगा.
नीले घोड़े पर नगर भ्रमण को निकले बाबा श्याम :बाबा श्याम के फाल्गुनी लक्खी मेले में एकादशी के पावन अवसर पर रथयात्रा निकाली गई. बाबा श्याम नीले घोड़े पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देने के लिए नगर भ्रमण को निकले. बाबा श्याम की सवारी शाही लवाजमे के साथ श्याम मंदिर से आरम्भ हुई. रथयात्रा के साथ हजारों श्याम भक्त नाचते-गाते, गुलाल-अबीर उड़ाते हुए साथ चल रहे थे. बाबा श्याम की दीवानगी में श्याम प्रेमी मस्ती में नजर आए. रथयात्रा के दर्शन करने के लिए गलियों में, धर्मशालाओं की छतों पर श्याम भक्तों में होड़ लगी रही. रथयात्रा नगर के प्रमुख मार्गाें से होते हुए मुख्य बाजार पहुंची, जहां पर बाबा श्याम की आरती की गई. इस दौरान पूरा खाटूधाम बाबा श्याम के जयकारों से गुंजायमान हो रहा था.