लखनऊ : डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विवादित बयान के बाद विरोध प्रदर्शन अब जोर पकड़ने लगा है. हाल ही में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और गाजियाबाद के डासना में प्रदर्शनकारियों ने उनकी गिरफ्तारी की मांग की है. अब इस मामले में लखनऊ के प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
इस मामले को लेकर मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि यति नरसिंहानंद की टिप्पणी इस्लाम धर्म के अनुयायियों की भावनाओं को आहत करती है और इसको लेकर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस्लाम किसी भी अन्य धर्म के देवी-देवताओं या पवित्र हस्तियों पर अपमानजनक टिप्पणी करने की इजाजत नहीं देता. इस्लाम में इसे स्पष्ट रूप से मना किया गया है.
उन्होंने कहा कि महंत यति नरसिंहानंद द्वारा की गई टिप्पणी मुसलमानों के लिए असहनीय है और यह पहली बार नहीं है, जब उन्होंने इस तरह की आपत्तिजनक बयानबाजी की है. मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी पैगंबर मोहम्मद की तारीफ की थी और उनके जीवन को एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया था. विरोध प्रदर्शनों में तेजी आने के साथ, मुस्लिम समाज के कई लोग सरकार से यति नरसिंहानंद के खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि 29 सितंबर के एक कार्यक्रम में डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद ने विवादित बयान दे दिया था. इस दौरान बांग्लादेश और इजरायल का भी जिक्र किया था. महाराष्ट्र में पैगंबर पर विवादित टिप्पणी करने वाले संत का नाम लेते हुए यति ने कहा कि वह उनसे भी ज्यादा बोल सकते हैं.