केशकाल: मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अंतर्राज्यीय शराब तस्कर गिरोह को दबोचा. पकड़े गए तस्कर लंबे वक्त से तस्करी के काम में लगे थे. शराब तस्करी पर किसी को शक नहीं हो इसके लिए तस्कर एसयूवी गाड़ी का इस्तेमाल करते थे. महंगी और लग्जरी गाड़ी को पुलिस वाले भी जल्दी नहीं रोकते हैं. इसी बात का फायदा तस्कर उठाते थे. शनिवार को पुलिस को ये खबर मिली की एक लग्जरी गाड़ी में कुछ संदिग्ध लोग जा रहे हैं. पुलिस ने नाकेबंदी कर गाड़ी को रोका.
शराब तस्कर गिरोह का पर्दाफाश: पुलिस को जैसे ही गाड़ी में तस्करों के होने की खबर मिली. पुलिस ने तत्काल केशकाल घाटी में चेकिंग अभियान शुरु कर दिया. चेकिंग के दौरान एक सफेद रंग की लग्जरी एसयूवी गाड़ी मौके पर पहुंची. पुलिस ने गाड़ी का पीछा कर उसकी चेकिंग की. जांच के दौरान 1 लाख 89 हजार की शराब जब्त की गई. शराब की पेटियों पर मध्यप्रदेश में बने होने की जानकारी चस्पा थी.
''नशे के खिलाफ अभियान चलाया गया है. हमें सूचना मिली थी कि एक गाड़ी से शराब की अवैध खेप जा रही है. हमने चेकिंग अभियान चलाया तो गाड़ी में सवार लोग कांकेर की ओर भागने लगे. हमने पीछा कर गाड़ी में सवार दोनों लोगों को पकड़ लिया. पकड़े गए लोग भिलाई के रहने वाले हैं. दो को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है''. - भूपत सिंह धनेश्री, एसडीओपी केशकाल
पुलिस को चकमा देने की कोशिश हुई नाकाम: पुलिस जब कार को रोक रही थी तो गाड़ी में सवार तस्करों ने भागने की कोशिश की. पुलिस ने बताया कि तस्कर कांकेर की ओर भागने की फिराक में थे. सतर्क पुलिस ने समय रहते कार का पीछा कर सभी को दबोच लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान माइकल उर्फ आनंद केरकेट्टा, निवासी दुर्ग और डाकेश्वर सिंह वर्मा, निवासी भिलाई के रुप में हुई.
जब्त शराब की कीमत लाखों में: कार की तलाशी में पुलिस ने 1400 बोतल गोवा शराब जब्त की. आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम की धारा 34(2) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है