कवर्धा: कबीरधाम के कोयलारी गांव में कुएं का दूषित पानी पीकर एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. वहीं, 50 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. सभी का इलाज जारी है. स्वास्थ्य विभाग गांव के हायर सेकंडरी स्कूल में शिविर लगाकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
50 से अधिक लोग डायरिया की चपेट में: मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को एक ही परिवार के चार लोग उल्टी-दस्त से परेशान थे. य सभी गांव के एक निजी अस्पताल में इलाज करने पहुंचे थे. डॉक्टर ने उन्हें भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया है, लेकिन शनिवार शाम तक और भी कई डायरिया मरीजों की लाइन लग गई. तब डॉक्टर ने लोहारा के ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी को मामले की जानकारी दी. खबर से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया और फौरन स्वास्थ्य अमला कोयलारी गांव पहुंचा. घर-घर जाकर लोगों का हेल्थ चेकअप किया गया. जांच के दौरान अन्य 50 लोग डायरिया से ग्रसित पाए गए. अधिक मरीज होने के कारण गांव के हाई स्कूल को अस्थायी अस्पताल बना लिया गया है. यहां मरीजों का इलाज जारी है. गंभीर मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहारा और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वर्तमान में 17 मरीजों का इलाज किया जा रहा है. अन्य को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई. अब भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी घर-घर जाकर लोगों का चेकअप कर रहे हैं.
कोयलारी गांव में कुएं का दूषित पानी पीने से 47 लोग डायरिया की चपेट में आ गए. सोमवार को जांच में और 5 नए मरीज मिले हैं. इस बीच एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई. वो महिला पहले से लकवाग्रस्त थी. स्वास्थ्य अमला गांव में कैंप लगाकर बीमार लोगों का इलाज कर रहा है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच जारी है. -संजय खरसान, लोहारा ब्लॉक स्वास्थ्य अधिकारी
इस कारण हुए बीमार: दरअसल, कोयलारी गांव के आसपास भूजलस्तर बहुत नीचे है, जिसके कारण बोर नहीं है. ग्रामीण पेयजल के लिए कुएं के पानी का इस्तेमाल करते हैं. कुएं के आसपास गंदगी और लंबे समय से सफाई नहीं होने से पानी दूषित हो गया. लोग पानी पीने के बाद एक-एक कर बीमार पड़ने लगे. डॉक्टर की टीम जब गांव में पहुंचीं, तो सबसे पहले कुएं के पानी में दवाई डाली गई और कुएं के पानी को इस्तेमाल करने से मना किया गया. बावजूद इसके ग्रामीण अब भी उसी कुएं के पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसी कारण गांव में बीमारी थम नहीं रही है. रोजाना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.