गोरखपुर : खजनी थाना क्षेत्र स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डेन द्वारा छात्राओं की पिटाई मामले में विभागीय कार्रवाई का तय मानी जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेन्द्र सिंह ने वार्डेन अर्चना पांडेय से छह बिन्दुओं पर स्पष्टीकरण मांगा है.
बता दें, बीते दिनों खजनी थाना क्षेत्र स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डेन द्वारा विद्यालय की छात्राओं को मानक के अनुसार भोजन की मांग किए जाने पर बुरी तरह से पिटाई का मामला सामने आया था. पिटाई प्रकरण में किसी ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था. मामले की जानकारी होते ही प्रशासन ने संज्ञान लिया और फिर बीएसए ने त्रिस्तरीय जांच समिति बनाकर स्कूल पर भेजी. जिसमें मामला सही पाया गया और अब वार्डन फंस चुकी हैं.
कस्तूरबा गांधी विद्यालय की बालिकाओं का आरोप है कि वार्डेन द्वारा इस तरह की घटना को कई बार अंजाम दिया जा चुका है, लेकिन जिम्मेदार जानबूझकर अनजान बने रहते थे. इस घटना के बाद आरोपी वार्डेन अर्चना पांडेय कुछ भी बोलने से बचती रहीं, लेकिन मामला तूल पकड़ने पर मीडिया में सफाई दे रही हैं. बहरहाल वार्डन के कृत्य से विद्यालय में साबुन, सर्फ, सेनेटरी पैड, कॉपी आदि के नाम पर भ्रष्टाचार उजागर हो गया है. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे बंद करके झाड़ू पोंछा और शौचालय की सफाई करवाने जैसे संगीन आरोप हैं. बेसिक शिक्षाधिकारी रमेन्द्र कुमार सिंह ने बताया है कि त्रिस्तरीय जांच में प्रथमदृष्ट्या वार्डेन अर्चना पांडेय दोषी पाई गई हैं. प्रकरण में स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.