कासगंज : दादा साहब फाल्के पुरुस्कार से सम्मानित और हिंदी सहित कई भाषाओं में लगभग दर्जन भर फिल्मों में हिट संगीत दे चुके मशहूर संगीतकार विष्णु नारायण ने वीडियो वायरल कर सीएम से समस्या का समाधान करने की गुहार लगाई है. सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर संगीतकार ने कहा कि उनके गृह नगर कासगंज स्थित उनके घर के निकट व्याप्त गंदगी, जलभराव है. आरोप है कि नगर पालिका, जिला प्रशासन से समस्या के समाधान की गुहार लगाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
मूलरूप से कासगंज के रहने वाले संगीतकार गायक विष्णु नारायण चौहान वर्तमान में मुंबई में रह रहे हैं. विष्णु नारायण चौहान ने वीडियो जारी कर कहा है कि कासगंज के विलराम गेट सरस्वती विद्यालय के निकट उनका पैतृक घर है. जहां उनकी मां और भाई परिवार सहित रहते हैं. उनके घर के पास एक रास्ते को दबंगों ने बंद कर दिया था. जहां वर्तमान में नाला जैसा बन गया है और हमेशा वहां पानी भरा रहता है. जिसके चलते पानी उनके मकान की नींव में भर रहा है. उनके परिवार को कभी भी जान माल का खतरा हो सकता है. यह सिर्फ मेरी समस्या नहीं है. वहां पर रहने वाले सभी निवासियों को इस समस्या से गुजरना पड़ा रहा है. लगातार जलभराव से नाले में मच्छरों के पनपने से कई तरह की बीमारियां फैलती रहती हैं. मेरे पिता ने कई बार पालिका प्रशासन में शिकायत की. मैंने भी कई बार व्यक्तिगत रूप से पालिका प्रशासन और जिलाधिकारी के कार्यालय को सूचित किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है.
ईटीवी भारत से फोन पर हुई बात के दौरान विष्णु नारायण चौहान ने कहा कि अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है. इसके बावजूद समाधान न होने के चलते मुझे मजबूरन सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करना पड़ा. यह कासगंज के अधिकारियों के लिए भी बड़ी शर्मनाक बात है. वहीं, नगर पालिका कासगंज के अधिशासी अधिकारी धर्मराज का कहना है कि समस्या लगभग 30 वर्ष पुरानी है. उनके घर के नीचे से पानी बह रहा है. हमने जगह का सर्वे कर लिया है. 15वें वित्त का पैसा आने के तत्काल बाद इस समस्या का समाधान किया जाएगा.
बता दें, विष्णु नारायण चौहान विगत 25 वर्षों से मुंबई में रह रहे हैं. उन्होंने हिंदी सहित कई भाषाओं की फिल्मों में अपना संगीत दिया है और गाने गए हैं. मुंबई फिल्म इंडस्ट्री का सबसे सम्मानजनक और बड़ा पुरस्कार दादा साहब फाल्के भी उन्हें प्राप्त है. फिल्म "चांद के पार चलो" में उनके संगीत निर्देशन में उदित नारायण द्वारा गाए गाने "चांद के पार चलो" से उन्हें सबसे बड़ी प्रसिद्धि मिली थी.