करनाल: हरियाणा की करनाल लोकसभा सीट का इतिहास जितना पुराना है उनता रोचक भी है. फिलहाल इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुकाबला माना जा रहा है. बीजेपी ने पूर्व सीएम मनोहर लाल को यहां से उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने युवा चेहरे दिव्यांशु बुद्धिराजा पर भरोसा जताया है. इसके अलावा जननायक जनता पार्टी ने देवेंद्र कादियान को यहां से टिकट दिया है. एनसीपी पार्टी ने भी वीरेंद्र मराठा वर्मा को यहां से उम्मीदवार बनाया है. जिसे इंडियन नेशनल लोकदल ने समर्थन दिया है.
करनाल में कुल मतदाता: करनाल लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाता 2097752 हैं. इनमें 1104302 पुरुष हैं, जबकि 993413 महिला मतदाता हैं. इसके अलावा 37 ट्रांसजेंडर मतदाता भी शामिल हैं. करनाल लोकसभा क्षेत्र में 2023 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें से 1147 मतदान केंद्र करनाल जिले में बनाए गए हैं. जबकि 876 मतदान केंद्र पानीपत जिले में बनाए गए हैं.
करनाल लोकसभा क्षेत्र का दायरा: करनाल लोकसभा सीट में दो जिलों की 9 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें करनाल जिले से करनाल जिले से 5 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इनमें करनाल विधानसभा, असंध, नीलोखेड़ी, इंद्री, घरौंडा शामिल है. जबकि चार विधानसभा पानीपत जिले की शामिल हैं. करनाल लोकसभा में पानीपत जिले से पानीपत ग्रामीण, पानीपत शहर, समालखा और इसराना शामिल है.
करनाल सीट पर लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे: लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा के प्रत्याशी संजय भाटिया ने 656142 मतों के अंतर से जीत दर्ज़ की थी, जो पूरे भारत में दूसरे नंबर पर सबसे बड़ी जीत थी. उन्हें 911594 वोट मिले थे. संजय भाटिया ने कांग्रेस के उम्मीदवार कुलदीप शर्मा को हराया था. कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप शर्मा को 255452 वोट मिले थे. मुख्य मुकाबला इन दोनों उम्मीदवारों के बीच में रहा था. इस निर्वाचन क्षेत्र में 2019 के लोकसभा चुनाव में 68.35% मतदान हुआ था.
करनाल लोकसभा सीट का जातिगत समीकरण: करनाल लोकसभा में सबसे ज्यादा पंजाबी वर्ग की 2 लाख से ऊपर वोटर हैं. इसके बाद जाट और रोड़ बिरादरी की करीब दो-दो लाख वोटर हैं. चौथे नंबर पर ब्राह्मण समाज की करीब डेढ़ लाख वोटर हैं. पांचवें नंबर पर जाट-सिख हैं. जिनकी वोट की संख्या करीब 92000 है. छठे नंबर पर राजपूत मतदाता हैं. जिनकी संख्या करीब 80 हजार है. सातवें नंबर पर महाजन मतदाता हैं. जिनकी संख्या करीब 75000 है. करनाल लोकसभा में ये मुख्य जाति है. जिनका ज्यादा वोट बैंक है, बाकी अन्य समाज के मतदाता शामिल हैं.