करनालः दरगांव निवासी किसान बूटा सिंह द्वारा आधुनिक खेती की सलाह ने किसान जगतार सिंह की जिंदगी बदल डाली. गेंदे के फूलों के साथ-साथ सब्जियों की खेती से करनाल का यह किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा रहा है. अब वह स्वयं दूसरे किसानों को भी परंपरागत खेती छोड़ आधुनिक खेती करने के लिए जागरूक कर रहा है.
गेंदे के साथ उगा सकते हैं मौसमी सब्जियांः बात कर रहे हैं करनाल के एक ऐसे किसान की जिसके एक किसान मित्र, जो पहले से ही 20 एकड़ में फूलों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. अपने अनुभव के आधार पर उन्होंने अपने मित्र जगतार सिंह को भी परंपरागत खेती छोड़ गेंदे के फूलों की खेती करने की सलाह दी. जगतार ने अपने दोस्त की सलाह पर अमल करते ही कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. अब वह बीते 5 सालों से वो अपनी 2 एकड़ जमीन पर गेंदे के फूलों की खेती सहित 2-3 किस्मों की मौसमी सब्जियां उगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं.
कैसे करें गेंदे के फूलों की खेती : जगतार बताते हैं कि गेंदे की खेती से भूमि की उपजाऊ शक्ति भी बरकरार रहती है. इसकी खेती से किसानों को आर्थिक मजबूती भी मिलती है. इससे किसान सालाना लाखों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं. उन्होंने बताया कि सितम्बर के महीने में लड्डू किस्म की पौध को लगाया जा सकता है ओर गर्मी के मौसम में जाफरी किस्म की खेती लाभप्रद होता है. इसके साथ ही साइड खाली जगहों पर धनिया, पालक, सरसों और मक्का भी लगाया जा सकता है.
आर्थिक लाभ के लिये आधुनिक खेती जरूरीः जगतार बताते है कि गेंदा फूल की खेती, परंपरागत फसलों की तुलना में अधिक लाभकारी है. कम लागत में मुनाफा देने का यह अच्छा जरिया है. साल में दो बार (दो फसल) गेंदा फूल की खेती की जाती है. साथ ही गेंदे में पानी की खपत बिल्कुल कम है. करीब महीने बाद तुड़ाई शुरू हो जाती है और आये हफ्ते लाभ मिल शुरू हो जाता है.
मेरे दो बेटे हैं, दोनों पहले धान-गेहूं की खेती करते थे, जिसमें खर्चा ज्यादा मुनाफा कम था. लगभग 5 साल पहले फूलों के खेती ने हमारा जीवन बदल दिया. हमारा पूरा परिवार अब बहुत खुश है. दूसरे किसान भाई भी इस प्रकार की खेती को अपनाएं और अपना जीवन खुशहाल करें. प्रसन्न कौर, किसान जगतार सिंह की मां
आधुनिक खेती प्रशिक्षण है मुफ्तः हरियाणा सरकार किसानों की आय को दोगुनी से तिगुनी करने की और लगातार अग्रसर है. किसानों को आधुनिक खेती के लिए हरियाणा सरकार ने विभिन्न प्रकार की योजनाएं चला रखी है. बागवानी संस्थानों में किसानों के लिए आधुनिक खेती प्रशिक्षण से लेकर खेती करने के आधुनिक उपकरणों को आसानी से उपलब्ध करवाया जा रहा है.
सरकारी योजनाओं से मिल रही मदद: जगतार ने बताया कि सरकार की तरफ से भी किसानों को आधुनिक खेती करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. सरकार की ओर से इस प्रकार की खेती के लिए अच्छी सब्सिडी के साथ साथ आधुनिक यंत्रों को भी उपलब्ध करवाया जाता है ताकि आधुनिक खेती की राह आसान हो और किसान आर्थिक रूप से समृद्ध बनें.
फूल की खेती से लाभ: जगतार बताते हैं कि स्थानीय स्तर ग्राहकों के द्वारा 35 से 45 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खेतों से ही फूल की खरीदारी कर ली जाती है. बाजार में दो सौ से ढाई सौ रुपये प्रति बंडल की दर से फूल बिक जाते हैं. उन्होंने बताया कि एक एकड़ में 15 हजार तक का खर्चा आ जाता है. लेकिन कमाई आये हफ्ते शुरू हो जाती है.
औषधीय गुणों से भरपूर है गेंदा फूलः पूजा-पाठ से लेकर सुंदरता के साथ औषधीय गुणों से भरपूर है गेंदा फूल. मानव जीवन में गेंदा फूल के साथ-साथ इसके पत्ती के कई उपयोग हैं. सजावट के नजरिये से देखें तो इसकी खेती कर किसान आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो रहे हैं.
बीमारी से बचाव: सर्दी के मौसम में इनमें कोई भी बीमारी नहीं लगती है और गर्मी के मौसम में हर 10 दिन बाद स्प्रे करना पड़ता है. गर्मी में थोड़ा खर्च बढ़ता तो है लेकिन गर्मी में मार्किट में मांग के चलते कमाई भी अच्छी हो जाती है.