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हैदराबाद से कानपुर जू आई माया का अचानक हुआ मूड ऑफ, खिलाया जा रहा छेना और आइसक्रीम, पढ़े ये रोचक मामला - Kanpur Zoological Park

हैदराबाद जू से कानपुर जू आई माया का अचानक मूड ऑफ हो गया है. उसे खुश रखने के लिए छेना और आइसक्रीम खिलाया जा रहा है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 6, 2024, 9:30 AM IST

कानपुर: हैदराबाद जू से कानपुर जू में बीते दिनों कुछ वन्यजीवों को लाया गया था. इनमें से एक है माया भालू, जोकि अब इस वक्त कानपुर जू में काफी ज्यादा चर्चा में बनी हुई है. क्योंकि हैदराबाद जू से आने के बाद माया का मूड काफी ऑफ हो गया है. ऐसे में अब उसे खाने में न तो दूध पसंद आ रहा है, न ही शहद पसंद आ रहा है. इसके अलावा भी अगर उसे कुछ खाने में दिया जा रहा है, तो वह उसे सूंघकर छोड़ दे रही है. कानपुर जू प्रशासन के द्वारा माया की उदासी को देखते हुए उसे छेना ऑफर किया गया है. जिसे उसने बड़े ही चटकारे के साथ खाया है. वही, अब उसे आइसक्रीम देना शुरू किया गया है. जिसे भी माया बिल्कुल एक छोटे बच्चे की तरह बड़े ही चाव के साथ खा रही है.

माया खा रही अब छेने और आइसक्रीम, क्षेत्रीय वन अधिकारी नावेद इकराम ने दी जानकारी (video credit- Etv Bharat)
माया को जंगल से किया गया था रेस्क्यु: कानपुर जू प्रशासन की माने तो माया को जंगल से रेस्क्यू किया गया था और माया एक मैदानी भालू है. जिसका खानपान बिल्कुल जंगल जैसा ही है. क्योंकि दक्षिण भारत के जंगलों में देखा जाए तो कटहल के पेड़ बड़ी संख्या में पाए जाते हैं. शायद यही कारण है, कि माया को पके कटहल काफी ज्यादा पसंद है. इस वजह से अब जू प्रशासन के द्वारा माया के लिए पके कटहल की व्यवस्था की जा रही है. बाजार में पके कटहल न मिलने के चलते माया के लिए बाजार से सब्जी वाले कटहल ही ला गए हैं, जिनके पकाने का अब इंतजार किया जा रहा है.

बता दें कि, माया के साथ एक मेल भालू भी कानपुर जू में लाया गया है. जो की दूध,दही,मक्खन, ब्रेड सभी चीज बड़े ही स्वाद के साथ खा रहा है. अब ऐसे में दर्शकों का कहना है,कि शायद माया काफी ज्यादा उदास है. जिस वजह से वह कुछ नहीं खा रही है.

इसे भी पढ़े-50 साल का कानपुर जू: चिंपैंजी छज्जू था सेलिब्रिटी, 14 लोगों को खाने वाले बाघ व शराबी बंदर ने खूब काटा उत्पात, आरिफ का दोस्त सारस भी यहीं पल रहा

माया खा रही अब छेने और आइसक्रीम: ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी नावेद इकराम ने बताया, कि हैदराबाद जू से 6 जुलाई को माया भालू को कानपुर जुलता गया था. उन्होंने बताया कि, बीते कुछ दिनों से उसकी डाइट काफी ज्यादा काम हो गई है. लेकिन, सबसे अच्छी बात यह है, कि वह जंगली खाद्य पदार्थ की जगह छेने के रसगुल्ले चटकारे लेकर खा रही है. हालांकि, अब बीते दो दिन से उसे छेने के रसगुल्ले के अलावा आइसक्रीम भी दी जा रही है. जिसे वह काफी ज्यादा पसंद कर रही है. उन्होंने बताया, कि माया के खान-पान को देखते हुए उसका चेकअप भी कराया गया है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा, कि आखिर क्यों वह प्रॉपर डाइट नहीं ले रही है.

हैदराबाद से कानपुर जू में लाए गए थे 14 वन्यजीव: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी ने वैदिक राम ने बताया, कि कानपुर प्राणी उद्यान में करीब 100 से अधिक जानवर हैं. बीते कुछ महीने पहले वन्यजीव अदला बदली नियम के तहत हैदराबाद जू से कानपुर जू में 14 वन्यजीव लाए गए थे. जोकि यहां पर आने वाले दर्शकों को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं. उन्हें देखने के लिए रोजाना अच्छी खासी संख्या में भी दर्शक कानपुर जू में पहुंच भी रहे हैं.

यह भी पढ़े-लाल कान वाले स्लाइडर कछुआ से लेकर सफेद बाघ तक, कानपुर जू में पहली बार आने वाले हैं ये नए मेहमान, पढ़िए डिटेल - Kanpur Zoo new guests

कानपुर: हैदराबाद जू से कानपुर जू में बीते दिनों कुछ वन्यजीवों को लाया गया था. इनमें से एक है माया भालू, जोकि अब इस वक्त कानपुर जू में काफी ज्यादा चर्चा में बनी हुई है. क्योंकि हैदराबाद जू से आने के बाद माया का मूड काफी ऑफ हो गया है. ऐसे में अब उसे खाने में न तो दूध पसंद आ रहा है, न ही शहद पसंद आ रहा है. इसके अलावा भी अगर उसे कुछ खाने में दिया जा रहा है, तो वह उसे सूंघकर छोड़ दे रही है. कानपुर जू प्रशासन के द्वारा माया की उदासी को देखते हुए उसे छेना ऑफर किया गया है. जिसे उसने बड़े ही चटकारे के साथ खाया है. वही, अब उसे आइसक्रीम देना शुरू किया गया है. जिसे भी माया बिल्कुल एक छोटे बच्चे की तरह बड़े ही चाव के साथ खा रही है.

माया खा रही अब छेने और आइसक्रीम, क्षेत्रीय वन अधिकारी नावेद इकराम ने दी जानकारी (video credit- Etv Bharat)
माया को जंगल से किया गया था रेस्क्यु: कानपुर जू प्रशासन की माने तो माया को जंगल से रेस्क्यू किया गया था और माया एक मैदानी भालू है. जिसका खानपान बिल्कुल जंगल जैसा ही है. क्योंकि दक्षिण भारत के जंगलों में देखा जाए तो कटहल के पेड़ बड़ी संख्या में पाए जाते हैं. शायद यही कारण है, कि माया को पके कटहल काफी ज्यादा पसंद है. इस वजह से अब जू प्रशासन के द्वारा माया के लिए पके कटहल की व्यवस्था की जा रही है. बाजार में पके कटहल न मिलने के चलते माया के लिए बाजार से सब्जी वाले कटहल ही ला गए हैं, जिनके पकाने का अब इंतजार किया जा रहा है.

बता दें कि, माया के साथ एक मेल भालू भी कानपुर जू में लाया गया है. जो की दूध,दही,मक्खन, ब्रेड सभी चीज बड़े ही स्वाद के साथ खा रहा है. अब ऐसे में दर्शकों का कहना है,कि शायद माया काफी ज्यादा उदास है. जिस वजह से वह कुछ नहीं खा रही है.

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माया खा रही अब छेने और आइसक्रीम: ईटीवी भारत संवाददाता से खास बातचीत के दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी नावेद इकराम ने बताया, कि हैदराबाद जू से 6 जुलाई को माया भालू को कानपुर जुलता गया था. उन्होंने बताया कि, बीते कुछ दिनों से उसकी डाइट काफी ज्यादा काम हो गई है. लेकिन, सबसे अच्छी बात यह है, कि वह जंगली खाद्य पदार्थ की जगह छेने के रसगुल्ले चटकारे लेकर खा रही है. हालांकि, अब बीते दो दिन से उसे छेने के रसगुल्ले के अलावा आइसक्रीम भी दी जा रही है. जिसे वह काफी ज्यादा पसंद कर रही है. उन्होंने बताया, कि माया के खान-पान को देखते हुए उसका चेकअप भी कराया गया है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा, कि आखिर क्यों वह प्रॉपर डाइट नहीं ले रही है.

हैदराबाद से कानपुर जू में लाए गए थे 14 वन्यजीव: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान क्षेत्रीय वन अधिकारी ने वैदिक राम ने बताया, कि कानपुर प्राणी उद्यान में करीब 100 से अधिक जानवर हैं. बीते कुछ महीने पहले वन्यजीव अदला बदली नियम के तहत हैदराबाद जू से कानपुर जू में 14 वन्यजीव लाए गए थे. जोकि यहां पर आने वाले दर्शकों को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित कर रहे हैं. उन्हें देखने के लिए रोजाना अच्छी खासी संख्या में भी दर्शक कानपुर जू में पहुंच भी रहे हैं.

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