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कानपुर में नजूल भूमि : ऐपीफैनी कंपाउंड की जमीन सरकारी खाते में दर्ज, अब कब्जे में लेगा जिला प्रशासन - kanpur nazul land case - KANPUR NAZUL LAND CASE

कानपुर सिविल लाइंस जमीन कब्जाकांड (Kanpur Nazul Land Case) उजागर होने के बाद चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड को भी सरकार के खाते में दर्ज कर दिया गया है. अब जिला प्रशासन इसे भी अपने कब्जे में लेगा.

चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड
चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 22, 2024, 2:05 PM IST

कानपुर : कानपुर के जिला प्रशासनिक अफसरों ने कुछ दिनों पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में नजूल की 1000 करोड़ रुपये की भूमि पर कब्जा लिया था. उसी तर्ज पर अब जिला प्रशासन ने चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड को भी सरकार के खाते में दर्ज कर दिया गया है. ऐपीफैनी कंपाउंड की पूरी रिपोर्ट ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व तहसीलदार ने बुधवार को ही डीएम कानपुर राकेश सिंह को सौंप दी थी.

कानपुर में नजूल भूमि मामला.
कानपुर में नजूल भूमि मामला. (Photo Credit: ETV Bharat)

डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को करीब 30 हजार वर्ग मीटर वाली जमीन को नजूल रजिस्टर में दर्ज कर दिया गया था. वहीं अब यहां अवैध रूप से काबिज लोगों को बाहर निकल जाएगा. जल्द प्रशासन जमीन पर अपना कब्जा भी लेगा. एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही जमीन को सरकार के खाते में दर्ज कराया गया है.


ऐपीफैनी कंपाउंड पर भी हुई प्लाटिंग डीएम व सीपी कमिश्नर करा रहे जांच : जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड पर भी अवैध लोगों ने कब्जा करके प्लाटिंग कर दी. इस मामले में कई ऐसे लोगों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने 100 वर्ग मीटर से लेकर 450 वर्ग मीटर तक प्लॉट खरीद लिए हैं. जमीन को किस आधार पर बेचा गया? कैसे उसकी प्लाटिंग की गई? इस तरीके के सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. लखनऊ, आगरा समेत कई अन्य शहरों की संस्थाओं ने जमीन पर अपना मालिकाना हक भी जताया है. हालांकि जांच रिपोर्ट के बाद ही यह तस्वीर साफ हो सकेगी कि जमीन पर मालिकाना हक किसका है? सिविल लाइंस, चुन्नीगंज के अलावा शहर की तमाम अन्य नजूल की जमीनों की भी जांच जारी है.


यह भी पढ़ें : कानपुर सिविल लाइंस जमीन कब्जाकांड; प्रेस क्लब से जुड़े 6 पत्रकारों के घरों पर पुलिस रेड, 1000 करोड़ रुपए की नजूल भूमि का मामला - Kanpur Nazul Land Case

यह भी पढ़ें : कानपुर में नजूल भूमि : 30 हजार वर्ग मीटर जमीन पर अवैध प्लाटिंग, डीएम ने दिए जांच के आदेश - kanpur nazul land case

कानपुर : कानपुर के जिला प्रशासनिक अफसरों ने कुछ दिनों पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में नजूल की 1000 करोड़ रुपये की भूमि पर कब्जा लिया था. उसी तर्ज पर अब जिला प्रशासन ने चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड को भी सरकार के खाते में दर्ज कर दिया गया है. ऐपीफैनी कंपाउंड की पूरी रिपोर्ट ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व तहसीलदार ने बुधवार को ही डीएम कानपुर राकेश सिंह को सौंप दी थी.

कानपुर में नजूल भूमि मामला.
कानपुर में नजूल भूमि मामला. (Photo Credit: ETV Bharat)

डीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बुधवार को करीब 30 हजार वर्ग मीटर वाली जमीन को नजूल रजिस्टर में दर्ज कर दिया गया था. वहीं अब यहां अवैध रूप से काबिज लोगों को बाहर निकल जाएगा. जल्द प्रशासन जमीन पर अपना कब्जा भी लेगा. एसडीएम की जांच रिपोर्ट के आधार पर ही जमीन को सरकार के खाते में दर्ज कराया गया है.


ऐपीफैनी कंपाउंड पर भी हुई प्लाटिंग डीएम व सीपी कमिश्नर करा रहे जांच : जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि चुन्नीगंज स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड पर भी अवैध लोगों ने कब्जा करके प्लाटिंग कर दी. इस मामले में कई ऐसे लोगों के नाम सामने आए हैं, जिन्होंने 100 वर्ग मीटर से लेकर 450 वर्ग मीटर तक प्लॉट खरीद लिए हैं. जमीन को किस आधार पर बेचा गया? कैसे उसकी प्लाटिंग की गई? इस तरीके के सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है. लखनऊ, आगरा समेत कई अन्य शहरों की संस्थाओं ने जमीन पर अपना मालिकाना हक भी जताया है. हालांकि जांच रिपोर्ट के बाद ही यह तस्वीर साफ हो सकेगी कि जमीन पर मालिकाना हक किसका है? सिविल लाइंस, चुन्नीगंज के अलावा शहर की तमाम अन्य नजूल की जमीनों की भी जांच जारी है.


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