कानपुर : जिस तरह जरायम की दुनिया में मुख्तार अंसारी, माफिया अतीक अहमद, डॉन बबलू श्रीवास्तव का नाम हमेशा ही चर्चा में रहता रहा है, ठीक वैसे ही कानपुर में विकास दुबे के बाद अब एक ऐसा अपराधी पुलिस के इकबाल को लगातार चुनौती दे रहा है, जिसके खिलाफ 41 मुकदमे दर्ज हैं.
सूचना से पहले ही फरार हो गया शाहिद पिच्चा: लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए कमिश्नरेट पुलिस की ओर से वांछितों को पकड़ने की कार्रवाई के दौरान कुछ दिनों पहले जब क्राइम ब्रांच की टीम चमनगंज थाना के खूंखार अपराधी शाहिद पिच्चा को अरेस्ट करने पहुंची, तो वह पहले ही फरार हो गया. अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से शाहिद पिच्चा की पूरी फाइल खोल दी गई है. पुलिस की कई टीमें शाहिद पिच्चा को तलाश रही हैं. शहर के रेलबाजार थाना से वांछित इस अपराधी को रेलबाजार थाना पुलिस भी पकड़ना चाहती है.
युवाओं को अपराध की दुनिया में लाना है शाहिद का काम: बहुत कम उम्र से ही चमनगंज थाना निवासी शाहिद उर्फ पिच्चा ने अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था. क्षेत्र में जुआं खिलवाना, मकानों पर कब्जा करना और युवाओं को अपराध की दुनिया में लाना शाहिद पिच्चा का मुख्य काम रहा है. शाहिद पिच्चा को कानपुर पुलिस ने कई बार पकड़ा, लेकिन पुलिस के साथ खेलकर पिच्चा अक्सर ही फरार हो गया. हालांकि, अब कमिश्नरेट पुलिस की ओर से शाहिद पिच्चा की करोड़ों रुपये की संपत्ति को भी कुर्क करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.
शाहिद पिच्चा चमनगंज थाना का हिस्ट्रीशीटर : डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि शाहिद पिच्चा चमनगंज थाना का हिस्ट्रीशीटर है और उस पर 41 मुकदमे दर्ज हैं. अब बहुत जल्द हमारी पुलिस टीमें इस वांछित व गैंगस्टर एक्ट में नामित अपराधी को गिरफ्तार करेंगी.
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