कानपुर: 10 हजार करोड़ रुपये की 100 बीघा सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले आरोपी हरेंद्र मसीह को अब कानपुर पुलिस ने तेजी से तलाशना शुरू कर दिया है. 28 जुलाई को कानपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में जब सिविल लाइंस झोकनबाग, झांसी निवासी हरेंद्र मसीह के खिलाफ पुलिस ने 1000 करोड़ रुपये की जमीन को कब्जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था.
पुलिस को अगले दिन ही पता लग गया था कि उसके खिलाफ कानपुर, फतेहपुर और झांसी में कुल 19 मुकदमे दर्ज हैं. अब पुलिस ने आरोपी की पूरी कुंडली तैयार कर ली है. डीसीपी पूर्वी एसके सिंह का कहना है कि आरोपी की तलाश के लिए जिले से बाहर कई पुलिस टीमों को भेजा गया है. बहुत जल्द आरोपी को गिरफ्तार कर हम जेल भेजेंगे.
झांसी स्थित आवास पर देर रात पहुंची कानपुर पुलिस: हरेंद्र मसीह के झांसी स्थित आवास पर कानपुर की सचेंडी थाना पुलिस टीम के प्रभारी पंकज त्यागी के नेतृत्व में कई कर्मी पहुंचे. पुलिसकर्मियों ने जब गेट पर आरोपी की पत्नी से पूछा, तो पत्नी ने जवाब दिया कि वह घर पर नहीं हैं. इस बीच पुलिसकर्मियों और पत्नी के बीच कुछ देर संवाद हुआ और फिर पुलिसकर्मी घर के अंदर पहुंच गए, हर कमरे की तलाशी ली. हालांकि पुलिसकर्मियों को हरेंद्र मसीह घर पर नहीं मिला.
डीवीआर तलाशने के लिए कानपुर में भी कई जगह पुलिस ने की छापेमारी: शहर में 28 हजार वर्गमीटर नजूल की भूमि पर कब्जा करने को लेकर कमिश्नरेट पुलिस की ओर से प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत अन्य 33 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में पुलिस को घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की तलाश है. मगर, घटना वाले दिन से ही वह डीवीआर गायब है. डीवीआर मिल सके, इसके लिए कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की ओर से आरोपी अवनीश दीक्षित के करीबियों के घरों पर पुलिस की कई टीमों ने छापेमारी की थी. मगर, पुलिस को डीवीआर नहीं मिली.
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