झांसी: 28 जुलाई को कानपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में जब सिविल लाइंस झोकनबाग, झांसी निवासी हरेंद्र मसीह के खिलाफ पुलिस ने 10000 करोड़ रुपये की जमीन को कब्जाने के मामले में मुकदमा दर्ज किया था. आरोपी अभी भी फरार चल रहा है. उसकी गिरफ्तारी न होने पर आज कानपुर पुलिस उसकी संपत्ति पर कुर्की नोटिस चस्पा करने झांसी पहुंची थी. फिलहाल, जिस संपत्ति को हरेंद्र मसीह का बताया जा रही था, वह किसी संस्था की है. पुलिस नोटिस चस्पा करने के लिए झांसी प्रशासन की अनुमति का इंतजार कर रही है. अभी तक उसे अनुमति नहीं मिली है.
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेचने का आरोप लगा था: झांसी निवासी हरेंद्र मसीह ने झांसी में क्रिस्चन इंटर कॉलेज हॉस्पिटल सहित कई विदेशी संस्था की जमीन को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच दिया था. जिसका मुकदमा पहले से ही झांसी के थाना नवाबाद में दर्ज है. इसी प्रकार हरेंद्र मसीह ने कानपुर में भी 10 हजार करोड़ की 100 बीघा जमीन बेच डाली थी. जिस पर 28 जुलाई को कानपुर कोतवाली में हरेंद्र मसीह और उसके कई साथियों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है. मुकदमा दर्ज होते ही कानपुर पुलिस की कार्रवाई के चलते हरेंद्र मसीह भूमिगत हो गया.
जिसके बाद कानपुर की संचेड़ी थाना पुलिस टीम 30 जुलाई को हरेंद्र मसीह को तलाशते हुए उसके झांसी झोकन बाग आवास पर पहुंची थी. लेकिन, पुलिस को परिजनों से बातचीत कर खाली हाथ लौटना पड़ा था. गिरफ्तारी न होने पर कानपुर पुलिस ने उस पर शिकंजा कसने के लिए न्यायालय से उसकी संपत्ति कुर्क करने का आदेश लिया. कुर्की नोटिस लेकर कानपुर पुलिस सोमवार दोपहर झांसी आई. यहां जिस संपत्ति पर पुलिस नोटिस चस्पा करने पहुंची थी, उस संपत्ति को वहां रहने वाले लोगों ने संस्था का बताया. इस पर पुलिस टीम ने नोटिस चस्पा नहीं किया.
देर रात तक कानपुर पुलिस क्रिश्चियन हॉस्पिटल संपत्ति के पास जिला प्रशासन से अनुमति का इंतजार करती देखी गई. इस मामले में झोकन बाग की जमीन पर पैर जमाए कई सफेदपोश नेताओं की नींद उड़ी हुई है. फिलहाल, झांसी पुलिस या प्रशासन के कोई भी अधिकारी मामला कानपुर का बताते हुए कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे है. वहीं नवाबाद थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह ने बताया, कि कानपुर पुलिस हरेंद्र मसीह की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई करने झांसी पहुंची थी. नवाबाद थाने में भी मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.