कानपुर : लगभग 500 करोड़ रुपये कीमत वाली ऐपी फैनी कंपाउंड की नजूल की जमीन के मामले में आखिरकार जिला प्रशासन के अफसरों द्वारा मुकदमा दर्ज कर दिया गया. लेखपाल विपिन कुमार ने नजूल की जमीन बेचने के आरोप में पांच लोगों को नामजद आरोपी बनाया है. तहरीर में जहां पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया द्वारा उक्त भूखंड में एक प्लाट खरीदे जाने का जिक्र है. वहीं दूसरी ओर पूर्व मंत्री शिवकुमार बेरिया कह चुके हैं कि मुझे गलत जानकारी देकर जमीन बेची गई.
लेखपाल विपिन कुमार की कर्नलगंज थाने में दी गई तहरीर के अनुसार लखनऊ डायोसिएशन ट्रस्ट संगठन के मैनेजिंग डायरेक्टर तथा पदेन अध्यक्ष रेव जनसन निवासी सेंट्व मार्क्स मिशन कंपाउंड अलीगढ़ रोड हाथरस, ट्रस्ट संगठन के अधिकृत ट्रस्टी अनिल कुमार और अनिल कुमार के साथी गंगापुर यशोदा नगर निवासी अर्पित मिश्रा, एम ब्लॉक किदवई नगर निवासी दीपक कुमार, केडीए कॉलोनी गंगा विहार निवासी दुर्योधन कुमार को आरोपी बनाया गया है.
मिशन गर्ल्स ऑर्फनेज के नाम पर दर्ज है ऐपी फैनी कंपाउंड की भूमि : जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया कि चुन्नीगंज स्थित करीब 500 करोड़ रुपये की नजूल की ऐपी फैनी कंपाउंड की भूमि मिशन गर्ल्स आर्फनेज के नाम पर दर्ज है. इसकी लीज अवधि भी समाप्त हो चुकी है. इस संपत्ति का प्रयोग केवल बालिका अनाथालय के लिए ही किया जाना अनुमन्य था. जबकि कुछ लोगों ने यहां पर अवैध रूप से कब्जा किया और उसके बाद प्लाॅटिंग करके अन्य लोगों को भी जमीन बेच दी गई. अब इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी. वहीं जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है उनसे भी यह पूछा जाएगा कि आखिर उन्होंने इस तरीके की जमीन में प्लॉट को क्यों खरीदा.
सामने आ सकते हैं शहर के कई बड़े नाम : शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के सिविल लाइंस में जिस तरह 1000 करोड़ रुपये की नजूल की भूमि के मामले में पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. कमोवेश उसी तरीके का यह मामला चुन्नीगंज का है. जहां पर नजूल की 500 करोड़ रुपये की ऐपीफैनी कंपाउंड की जमीन पर भी अवैध रूप से जमकर प्लाटिंग की गई. फिलहाल अभी कई सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब जिला प्रशासन के अफसरों को नहीं मिले हैं. हालांकि अफसरों का दावा है कि इस मामले में भी कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं. डीएम राकेश सिंह का कहना है कि इस मामले में जांच कराई जाएगी.