कानपुर : कालिंदी एक्सप्रेस को बर्निंग ट्रेन बनाने की साजिश में लगातार टीम में जांच पड़ताल में जुटी हुई हैं. इस बीच जांच एजेंसियों को कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. जांच एजेंसियों को नेवादा टोल प्लाजा के सीसीटीवी में दो संदिग्ध दिखे थे, उन्हीं के जैसे हुलिये वाले युवक मिठाई की दुकान के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुए हैं. छिबरामऊ की मिठाई की दुकान का कैरी बैग हादसे वाले दिन घटनास्थल पर मिला था. बैग पर लिखे नाम के आधार पर ही पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर अपने कब्जे में ली थी.
बीते कुछ दिन पहले ही जांच एजेंसियों को नेवादा टोल प्लाजा का एक सीसीटीवी फुटेज मिला था. इसमें बाइक सवार दो संदिग्ध दिखाई दिए थे. अब उन दोनों संदिग्धों की हादसे वाले दिन घटनास्थल के आसपास भी देखे जाने की बात सामने आई है. इसलिए अब एनआईए और एटीएस ने इन दोनों संदिग्धों पर फोकस बढ़ा दिया है और उनकी तलाश भी शुरू कर दी है.
सूत्रों की मानें तो शहर की सभी सीमाएं सील की जा चुकी हैं और बिना चेकिंग के किसी भी वहां को जिले से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. नेवादा टोल प्लाजा पर दिखे संदिग्ध आसपास के टोल प्लाजा, रेलवे स्टेशन, बस अड्डे के सीसीटीवी कैमरे में दोनों संदिग्धों से मिलते जुलते व्यक्ति नहीं दिखे हैं. ऐसे में जांच एजेंसियों का मानना है कि साजिशकर्ता शहर में ही छुपे हुए हैं. वहीं,अब जांच एजेंसियां चौराहों के अलावा सेंट्रल स्टेशन व आसपास के होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई है.
500 कैमरों की फुटेज खंगाल चुकी है पुलिस : ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर हरिश चन्दर ने बताया कि हादसे के बाद से सभी जांच एजेंसियां काम कर रहीं हैं. अलग-अलग टीमों ने अब तक करीब 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चेक कर चुकी हैं. साथ ही करीब 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ भी की जा चुकी है. लोगों से पूछताछ के दौरान जो भी तथ्य सामने आए हैं उसके आधार पर भी आगे की जांच पड़ताल की जा रही है.
रेलवे ट्रैक के आस-पास अब हर गतिविधि पर पुलिस रखेगी नजर : डीजीपी प्रशांत कुमार के आदेश के बाद से अब जिला पुलिस ने भी रेलवे ट्रैक के आसपास इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ा दी है. डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि सभी पुलिसकर्मी को अपने-अपने क्षेत्र के अलावा रेलवे पटरी के आसपास दिखने वाले संदिग्धों से पूछताछ करने व हर गतिविधि पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं पटरियों के किनारे रहने वाले लोगों से संपर्क कर उन्हें जागरूक करने और कोई भी संदिग्ध दिखने पर सूचना देने को कहा गया है. रेलवे ट्रैक के किनारे रहने वालों को कैमरे लगवाने के निर्देश दिए गए हैं.