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देश का 5वां सबसे पुराना स्टेडियम; कानपुर ग्रीनपार्क में अब तक हुए 23 टेस्ट मैच, भारत को मिली 7 में जीत - Ind Vs Ban Test Match

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 22, 2024, 4:51 PM IST

Updated : Jun 22, 2024, 5:35 PM IST

अभी तक गंगा किनारे बने इस स्टेडियम में कुल 23 टेस्ट मैच भारतीय टीम ने खेले हैं, जिसमें सात टेस्ट मैचों में जहां टीम इंडिया को जीत मिली, तो वहीं कुल 13 मैचों के मुकाबले ड्रॉ रहे. वहीं, तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना भी करना पड़ा.

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कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम. (फोटो क्रेडिट; Etv Bharat)
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम पर संवाददाता समीर दीक्षित की खास रिपोर्ट. (वीडियो क्रेडिट; Etv Bharat)

कानपुर: करीब 34 माह बाद 27 सितंबर को भारत और बांग्लादेश की टीमें कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीनपार्क स्टेडियम में भिड़ते हुए दिखाई देंगी. साल 1952 में इस स्टेडियम में पहली बार टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया था. हालांकि, साल 1959 में भारतीय टीम के लिए ग्रीनपार्क स्टेडियम बड़ी जीत का गवाह बना.

अभी तक गंगा किनारे बने इस स्टेडियम में कुल 23 टेस्ट मैच भारतीय टीम ने खेले हैं, जिसमें सात टेस्ट मैचों में जहां टीम इंडिया को जीत मिली, तो वहीं कुल 13 मैचों के मुकाबले ड्रॉ रहे. वहीं, तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना भी करना पड़ा.

जिन तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा, उनमें इंग्लैंड से एक बार तो वहीं वेस्टइंडीज से दो बार हारना पड़ा है. ऐसे में अब कहा ये जा रहा है, कि 27 सितंबर से होने वाले टेस्ट मैच में बांग्लादेश की टीम को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना होगा.

ग्रीनपार्क स्टेडियम की सुविधाएं

  • स्टेडियम के आसपास पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था है.
  • स्टेडियम के अंदर डायरेक्ट्रेट पवेलियन के पास विजिटर गैलरी बनी है, जहां आप पसंदीदा व्यंजनों का लुत्फ ले सकते हैं.
  • स्टेडियम के अंदर मीडिया गैलरी में लिफ्ट लग गई है, जिससे आवाजाही आसान हुई है.
  • स्टूडेंट गैलरी से लेकर न्यू पवेलियन, वीआईपी गैलरी की भी सुविधा है.
  • स्टेडियम के चारों ओर फ्लड लाइट होने से डे-नाइट मैच खेले जा सकते हैं.

दूसरे टेस्ट मैच में भी हार गई थी टीम इंडिया: 1952 में जहां ग्रीनपार्क में पहला टेस्ट मैच खेला गया था, वहीं 1958 में दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें फिर से टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, 1959 में टीम इंडिया को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली जीत मिली थी, जिसमें 119 रनों से जीत दर्ज की गई थी. फिर 1960 से 1979 के बीच खेले गए सात टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.

घरेलू मैदान में ड्रॉ के सिलसिले को तोड़ते हुए भारत ने अक्टूबर 1979 में आस्ट्रेलिया को 153 रनों से हराया. दिसंबर 1996 में साउथ अफ्रीका को 280 रन, 1999 में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से शिकस्त दी. फिर, नवंबर 2009 में श्रीलंका को एक पारी और 144 रनों तथा 2016 में न्यूजीलैंड को 197 रनों से हराकर घरेलू मैदान में जीत का सिलसिला जारी रखा.

दर्शक क्षमता बढ़ाने पर किया जा रहा काम: यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी का कहना था कि ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्शक क्षमता बढ़ाने को लेकर यूपीसीए लगातार अपना प्रयास कर रहा है. लोक निर्माण विभाग के मुताबिक जहां स्टेडियम की क्षमता 22 हजार है, वहीं यूपीसीए के अनुसार 15626 दर्शक मैच देख सकते हैं. हालांकि, अगर दर्शक क्षमता बढ़ती है तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में यहां टी-20 व वन डे मैचों का आयोजन भी हो सकेगा.

ये भी पढ़ेंः तीन साल बाद ग्रीनपार्क में भारतीय क्रिकेट टीम खेलेगी टेस्ट मैच, बांग्लादेश के खिलाड़ियों से होगा मुकाबला

कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम पर संवाददाता समीर दीक्षित की खास रिपोर्ट. (वीडियो क्रेडिट; Etv Bharat)

कानपुर: करीब 34 माह बाद 27 सितंबर को भारत और बांग्लादेश की टीमें कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीनपार्क स्टेडियम में भिड़ते हुए दिखाई देंगी. साल 1952 में इस स्टेडियम में पहली बार टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड ने भारत को आठ विकेट से हरा दिया था. हालांकि, साल 1959 में भारतीय टीम के लिए ग्रीनपार्क स्टेडियम बड़ी जीत का गवाह बना.

अभी तक गंगा किनारे बने इस स्टेडियम में कुल 23 टेस्ट मैच भारतीय टीम ने खेले हैं, जिसमें सात टेस्ट मैचों में जहां टीम इंडिया को जीत मिली, तो वहीं कुल 13 मैचों के मुकाबले ड्रॉ रहे. वहीं, तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना भी करना पड़ा.

जिन तीन टेस्ट मैचों में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा, उनमें इंग्लैंड से एक बार तो वहीं वेस्टइंडीज से दो बार हारना पड़ा है. ऐसे में अब कहा ये जा रहा है, कि 27 सितंबर से होने वाले टेस्ट मैच में बांग्लादेश की टीम को कई तरह की चुनौतियों का सामना करना होगा.

ग्रीनपार्क स्टेडियम की सुविधाएं

  • स्टेडियम के आसपास पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था है.
  • स्टेडियम के अंदर डायरेक्ट्रेट पवेलियन के पास विजिटर गैलरी बनी है, जहां आप पसंदीदा व्यंजनों का लुत्फ ले सकते हैं.
  • स्टेडियम के अंदर मीडिया गैलरी में लिफ्ट लग गई है, जिससे आवाजाही आसान हुई है.
  • स्टूडेंट गैलरी से लेकर न्यू पवेलियन, वीआईपी गैलरी की भी सुविधा है.
  • स्टेडियम के चारों ओर फ्लड लाइट होने से डे-नाइट मैच खेले जा सकते हैं.

दूसरे टेस्ट मैच में भी हार गई थी टीम इंडिया: 1952 में जहां ग्रीनपार्क में पहला टेस्ट मैच खेला गया था, वहीं 1958 में दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था, जिसमें फिर से टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं, 1959 में टीम इंडिया को आस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली जीत मिली थी, जिसमें 119 रनों से जीत दर्ज की गई थी. फिर 1960 से 1979 के बीच खेले गए सात टेस्ट मैच ड्रॉ रहे.

घरेलू मैदान में ड्रॉ के सिलसिले को तोड़ते हुए भारत ने अक्टूबर 1979 में आस्ट्रेलिया को 153 रनों से हराया. दिसंबर 1996 में साउथ अफ्रीका को 280 रन, 1999 में न्यूजीलैंड को आठ विकेट से शिकस्त दी. फिर, नवंबर 2009 में श्रीलंका को एक पारी और 144 रनों तथा 2016 में न्यूजीलैंड को 197 रनों से हराकर घरेलू मैदान में जीत का सिलसिला जारी रखा.

दर्शक क्षमता बढ़ाने पर किया जा रहा काम: यूपीसीए के सीईओ अंकित चटर्जी का कहना था कि ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्शक क्षमता बढ़ाने को लेकर यूपीसीए लगातार अपना प्रयास कर रहा है. लोक निर्माण विभाग के मुताबिक जहां स्टेडियम की क्षमता 22 हजार है, वहीं यूपीसीए के अनुसार 15626 दर्शक मैच देख सकते हैं. हालांकि, अगर दर्शक क्षमता बढ़ती है तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में यहां टी-20 व वन डे मैचों का आयोजन भी हो सकेगा.

ये भी पढ़ेंः तीन साल बाद ग्रीनपार्क में भारतीय क्रिकेट टीम खेलेगी टेस्ट मैच, बांग्लादेश के खिलाड़ियों से होगा मुकाबला

Last Updated : Jun 22, 2024, 5:35 PM IST
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