कानपुर : शहर में एक बार फिर से आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक एआरटीओ अफसर चर्चाओं में हैं. मामला साल 2020 का है. 11 सितंबर 2020 को परिवहन आयुक्त के आदेश पर एंटी करप्शन यूनिट ने कानपुर के तत्कालीन संभागीय निरीक्षक प्राविधिक ललित कुमार के खिलाफ जांच शुरू की थी. जांच में पर्याप्त सबूत मिलने पर 11 जून 2024 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(1) (बी) और 13(2) में एआरटीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी. मौजूदा समय में ललित कुमार की तैनाती आगरा में सहायक संभागीय अधिकारी प्रवर्तन के पद पर है. अब जांच में सामने आया है कि एआरटीओ के पास करोड़ों की संपत्ति है.
आय से 73.6% ज्यादा संपत्ति : इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह के मुताबिक ललित कुमार के इनकम टैक्स रिटर्न के दस्तावेज, वेतन और कृषि भूमि से अर्जित होने वाली आय की जांच की गई तो उनकी संपत्ति कमाई से 73.6% अधिक मिली. एंटी करप्शन यूनिट की ओर से आगरा और कानपुर में संपत्ति खरीद को लेकर जानकारी की गई तो पता चला कि ललित कुमार के पास कई संपत्तियां हैं. इसके अलावा एंटी करप्शन यूनिट को महंगी वस्तुओं के खरीद फरोख्त के भी सबूत मिले हैं.
इंस्पेक्टर चंद्रभान सिंह ने कहा कि अब मामले की विवेचना एसएचओ एंटी करप्शन यूनिट करेंगे. जांच में जो दस्तावेज दाखिल किए गए हैं. मामले में ललित कुमार अपना पक्ष रखेंगे. विवेचना पूरी होने के बाद यह रिपोर्ट लखनऊ जाएगी. वहां से ही कार्रवाई को लेकर निर्णय किया जाएगा.
नौ बाबूओं और एक अफसर के खिलाफ इस साल हो चुकी जांच : एंटी करप्शन यूनिट ने साल 2024 में अब तक 9 सरकारी बाबू और एक अफसर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच की है. इनमें तमाम बाबू और ऐसे हैं, जिनका कानपुर कनेक्शन रहा है. इस जांच के सबसे ज्यादा चर्चा एआरटीओ ललित कुमार की हो रही है.
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