कानपुर : एकता गुप्ता हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हालांकि पुलिस की कहानी में कई झोल हैं. कई सवालों के जवाब अभी मिलने बाकी हैं. पुलिस के अनुसार जिम ट्रेनर ने महज 45 मिनट में ही शव को दफनाने के लिए 10 फीट गहरा गड्ढा खोद डाला था. जबकि आमतौर पर इतने गहरे गड्ढे को खोदने के लिए कम से कम 5 से 6 लोगों की जरूरत पड़ सकती है. महिला चार महीने से लापता थी. हत्या के बाद शव को DM आवास कंपाउंड के बगल दफनाया गया था. दृश्यम मूवी देखकर इस वारदात की पटकथा लिखी गई थी.
शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित सिविल लाइंस निवासी एकता गुप्ता की ग्रीनपार्क स्टेडियम के जिम ट्रेनर विमल सोनी ने हत्या कर दी थी. आरोपी विमल सोनी ने पुलिस को बताया कि 24 जून की सुबह एकता गुप्ता जिम आई थी. कुछ देर बाद दोनों जिम के बाहर पार्किंग में मिले. यहां दोनों में बहस हुई. दूसरी महिलाओं और खुद की सहेलियों से बात करने पर एकता ने विरोध जताया. इस पर जिम ट्रेनर ने उसकी गर्दन पर घूंसा मार दिया था. इससे एकता अचेत हो गई. इसके बाद आरोपी ने रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर दी.
आरोपी की शादी तय होने की कहानी निकली गलत : पुलिस के अनुसार जिस कंपाउंड में जिम ट्रेनर ने शव का दफनाया, वहां आरोपी ने 45 मिनट में ही 10 फीट गहरा गड्ढा खोद डाला. हालांकि ये बात किसी के गले नहीं उतर रही है. कोई अकेला शख्स अगर इतना गहरा गड्ढा खोदता है तो उसे कम से कम 6 घंटे लग सकते हैं. ऐसे में विमल ने इसे अकेले कैसे कर लिया. पुलिस ने आरोपी और महिला के बीच प्रेम प्रसंग होने की बात कही थी. ये भी बताया था कि आरोपी का एकता से विवाद इसलिए हुआ क्योंकि उसने अपने तिलक कार्यक्रम व शादी के विषय में बताया था.
सालभर पहले टूट गया था रिश्ता : पुलिस की इस थ्यौरी को आरोपी की भाभी ने ही सिरे से खारिज कर दिया. भाभी ने मीडिया को बताया कि विमल की शादी साल भर पहले टूट चुकी है. मीरपुर कैंट में उसका रिश्ता तय जरूर हुआ था, लेकिन एक साल में ही युवती ने शादी से इंकार कर दिया था. यही नहीं, कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने जिस गेट से आरोपी के ऑफिसर्स क्लब पहुंचने की जानकारी दी थी, उसे लेकर वहां रहने वाले लोगों का कहना है कि वो गेट तो सालों से खुला ही नहीं. ये भी कहा जा रहा है कि कोई प्रभावशालीं व्यक्ति भी इस मामले से जुड़ा है. उसने गुमराह किया.
तीन डॉक्टरों ने किया पीएम, हत्या की वजह स्पष्ट नहीं : सिविल लाइंस निवासी एकता गुप्ता का पीएम तीन डॉक्टरों की टीम ने किया. हालांकि शव कंकाल में तब्दील हो जाने के कारण हत्या की वजह साफ नही हो सकी.अब पैनल की ओर से नमूनों को एक्सपर्ट्स के पास भेजा गया है. डॉक्टरों को केवल गले की हड्डी में रस्सी बंधी मिली थी. इससे ये माना जा रहा है कि गला घोंटकर की हत्या की गई. डॉक्टरों का यह भी कहना है कि गला दबाने से गले की हायड बोन टूट जाती है. यह हड्डी कार्टिलेज की बनीं होतीं है.
शुक्लागंज के ऋषि नगर में एकता का घर, सुरक्षा बढ़ी : कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने बताया कि सिविल लाइंस निवासी एकता गुप्ता का घर शुक्लागंज के ऋषि नगर में है. एकता की शादी साल 2010 में राहुल गुप्ता से हुई थी. एकता के दो बच्चे हैं. घटना के बाद से एकता के घर पर कानपुर पुलिस की ओर से सुरक्षा मुहैया करा दी गई है. एकता और उसके पति के रिश्ते में कोई टकराव भी नहीं था.
परिवार से अलग रहता था आरोपी : कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों ने बताया कि जिम ट्रेनर विमल सोनी के परिवार में मां के अलावा तीन भाई और चार बहनें हैं. विमल इन सबसे से अलग अकेले रहता था. वह आई 10 कार का उपयोग करता था. इसी कार से वह एकता गुप्ता की बॉडी लेकर शहर में घंटों घूमा था. विमल ने कुछ दिनों पहले अपनी भाभी कल्पना को पूरी बात बताकर कहा था कि वह जल्द सरेंडर कर देगा. कई दिनों तक विमल भागकर अपनी भाभी के मायके महोबा में भी रुका था.
डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि आरोपी से सख्ती से पूछताछ में आरोपी ने जिस जगह पर शव दफनाया था, उसकी जानकारी दी. अगर पुलिस मुस्तैद या सक्रिय न होतीं समय से तो यह मामला एक मर्डर मिस्ट्री तक सीमित रह जाता. पुलिस टीम को इस घटना के खुलासे के लिए सीपी सर की ओर से एक लाख रुपये का इनाम भी दिया गया है.