कांकेर: छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल क्षेत्र कांकेर में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होना है. मतदान की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी है. क्षेत्र में सुरक्षित और निष्पक्ष मतदान कराने के लिए चुनाव आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है. सुरक्षा के लिहाज से क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों की बड़ी टुकड़ियों की तैनाती की गई है. मतदान से पहले केंद्रीय चुनाव आयोग ने शत प्रतिशत मतदान के लिए लोगों को जागरुक करने का अभियान भी चलाया है.
थम जाएगा चुनावी शोर: कांकेर लोकसभा सीट पर शुक्रवार को मतदान होना है. मतदान से 48 घंटे पहले यानि बुधवार की शाम पांच बजे चुनावी शोर थम जाएगा. यही कारण है कि क्षेत्र के प्रत्याशी डोर टू डोर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. साथ ही जनता से वोट की अपील भी कर रहे हैं. बुधवार शाम के बाद चुनावी शोर थम जाएगा और प्रत्याशी भी प्रचार नहीं करेंगे.
इनके बीच है मुकाबला: कांकेर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने भोजराज नाग को प्रत्याशी बनाया है. जबकि कांग्रेस ने बीरेश ठाकुर को टिकट दिया है. ये दोनों अपने अपने दल के दिग्गज नेता हैं. लगातार चुनाव प्रचार के दौरान दोनों एक दूसरे को घेरते नजर आते हैं. लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है.
इस सीट पर बीरेश ठाकुर सबसे अमीर प्रत्याशी: कांकेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी बीरेश ठाकुर सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. बीरेश ठाकुर की की कुल संपत्ति 1.56 करोड़ की है. इसमें नगदी 80 हजार है. 26.24 लाख के वाहन के अलावा 32.72 लाख का सोना और जमीनें हैं. उनकी पत्नी शिक्षिका हैं. उनके नाम पर 69.72 लाख के वाहन हैं. इसके अलावा नगदी, सोना तथा 28.15 लाख की जमीनें है. पत्नी के नाम 15 लाख का कर्ज भी है. बीरेश इस सीट पर सबसे अमीर प्रत्याशी हैं. दूसरे नंबर पर हमर राज पार्टी के विनोश नागवंशी हैं,जबकि तीसरे नंबर में बीजेपी प्रत्याशी भोजराज नाग हैं.
क्षेत्र में नक्सल समस्या के साथ ये मूल मुद्दे हावी: कांकेर लोकसभा क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा नक्सल प्रभावित है. यहां नक्सलियों की मौजूदगी हमेशा बनी रहती है. यही कारण है कि कांकेर लोकसभा सीट के संवेदनशील क्षेत्रों में विकास काफी मुश्किल से पहुंच पाता है. हालांकि समय के साथ-साथ कई क्षेत्रों का विकास हुआ है. आज भी कई जगहों में शिक्षा की कमी है. कई जगहों पर पेयजल की समस्या है.यहां के लोग आज भी झील-झरना और तुर्रा के पानी के सहारे जी रहे हैं. पक्की सड़क यहां के ग्रामीणों के लिए सपने जैसा है. यहां के लोग पेयजल, बिजली और शिक्षा के साथ ही मूलभूत सुविधाओं के लिए मतदान करते हैं.
कांकेर लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास: साल 1999 के लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 10,36799 थी. इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी सोहन पोटाई ने जीत हासिल की थी. उन्हें कुल 3,18,040 वोट मिले थे. वहीं, साल 2004 के लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 11,52,128 थी. इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार सोहन पोटाई ने जीत हासिल की और सांसद बने. उन्हें कुल 2,74,294 वोट मिले थे. बात अगर साल 2009 की करें तो कांकेर लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 12,96,734 थी. इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी सोहन पोटाई ने 3,41,131 वोटों से जीत हासिल की. जबकि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 14,48,375 थी. इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार विक्रम उसेंडी ने 4,65,215 वोटों से जीत हासिल की थी. वहीं, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांकेर लोकसभा सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 15,58,952 थी. इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी मोहन मंडावी ने 5,46,233 वोटों से जीत हासिल की थी.
कांकेर लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास
- साल 1967 में बीजेएस उम्मीदवार टीएसपी शाह को मिली जीत
- साल 1971 में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद विश्राम ने मारी बाजी
- साल 1977 में बीएलडी उम्मीदवार अघन सिंह ने जीत दर्ज की
- साल 1980 में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद नेताम बने सांसद
- साल 1984 में दोबारा कांग्रेस के अरविंद नेताम ने जीत हासिल की.
- साल 1989 में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद नेताम ने तीसरी बार जीता दंगल
- साल 1991 में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद नेताम ने चौथी बार किया कमाल
- साल 1996 में कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद नेताम पांचवीं बार सांसद बने.
- साल 1998 में बीजेपी उम्मीदवार सोहन पोटाई को जीत मिली.
- साल 1999 में बीजेपी से सोहन पोटाई दोबारा सांसद बने.
- साल 2004 में बीजेपी से सोहन पोटाई को तीसरी बार जीत मिली
- साल 2009 में बीजेपी के सोहन पोटाई चौथी बार सांसद बने
- साल 2014 में बीजेपी से विक्रम उसेंडी सांसद बने
- साल 2019 में बीजेपी प्रत्याशी मोहन मंडावी को मिली जीत
पिछले लोकसभा चुनाव में कांकेर का मतदान प्रतिशत:
- साल 1999 लोकसभा चुनाव में 56.54 फीसद मतदान
- साल 2004 लोकसभा चुनाव में 48.09 फीसद मतदान
- साल 2009 लोकसभा चुनाव में 57.2 फीसद मतदान
- साल 2014 लोकसभा चुनाव में 70.22 फीसद मतदान
- साल 2019 लोकसभा चुनाव में 74.36 फीसद मतदान