कानपुर: शहर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र में रविवार देर रात मेडुआ गांव के पास से कालिंदी एक्सप्रेस गुजर रही थी. इस दौरान ड्राइवर को ट्रेन के सामने ट्रैक पर अचानक एक सिलेंडर रखा हुआ दिखा. ऐसे में जब ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका तो ट्रेन सिलेंडर से लग गई. हालांकि गनीमत रही, कि किसी तरीके का कोई हादसा नहीं हुआ है. लेकिन, जब इस मामले की जानकारी पुलिस और रेलवे के अफसरों को मिली, तो सभी मौके पर पहुंचे. सभी उस समय हैरान रह गए थे, जब उन्होंने देखा कि सिलेंडर के साथ ही ट्रैक पर किनारे माचिस और पेट्रोल भरी एक बोतल भी पड़ी थी.
कुछ ही देर में इस मामले की जानकारी कानपुर से लेकर उत्तर प्रदेश, और फिर पूरे देश में फैलती चली गई. इसके बाद अफसरों ने माना, कि कानपुर में एक माह के अंदर ही तीसरी ऐसी घटना हुई. जिसमें यह बात सामने आई की कानपुर में ट्रेन को पलटाने की साजिश लगातार रची जा रही है. सोमवार देर शाम इस मामले को लेकर पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने डीसीपी पश्चिम राजेश सिंह और अन्य अफसरों के साथ जाकर ट्रैक का निरीक्षण किया. पुलिस आयुक्त ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, कि उन्होंने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल टीम गठित की है. अब यही स्पेशल टीम इस मामले की जांच करेगी. जिसमें कमिश्नरेट पुलिस की टीम रेलवे आरपीएफ समेत अन्य एजेंसियों की भी मदद लेगी.
पुलिसकर्मी अब देर रात करेंगे ट्रैक का निरीक्षण : पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने बताया, कि अब कानपुर में आरपीएफ और जीआरपी के पुलिसकर्मी देर रात विभिन्न रेल रूट का निरीक्षण करेंगे. इसके अलावा कमिश्नरेट पुलिस की ओर से सभी थानों में भी कहा गया है, कि पुलिस रात में गस्त के दौरान रेलवे ट्रैक को भी देखते रहें. वहीं शिवराजपुर हादसे में पुलिस आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी तलाश रही है. इसके अलावा पुलिस को जो अन्य साक्ष्य मिले हैं, उनकी भी गंभीरता से जांच कराई जा रही है. जिससे आरोपियों को दबोचा जा सके. अखिल कुमार ने कहा, कि शिवराजपुर हादसे की घटना क्यों और किस मकसद से की गई? इसका जवाब फिलहाल तो नहीं है. लेकिन, पुलिस ने अब इस मामले का खुलासा करने के लिए जो स्पेशल टीम गठित की है, वह जल्द से जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजेगी.
एटीएस व एनआईए के अफसर भी अपने स्तर से करेंगे जांच : कालिंदी एक्सप्रेस हादसे की गंभीरता को देखते हुए जहां एटीएस के आईजी समेत आला अफसर सोमवार को ही कानपुर आ गए थे. वहीं, अब एटीएस के साथ ही चर्चा यह भी है कि एनआईए की टीम भी आकर इस मामले की जांच कर सकती है. एटीएस के अफसर ने जहां अपने स्तर से कई साक्षी जुटाएं हैं. कहीं ना कहीं कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसर के साथ मिलकर इस मामले का जल्द से जल्द खुलासा कर सकते हैं.
एटीएस के आईजी नीलाब्जा चौधरी ने भी सोमवार को कानपुर में इस बात को स्वीकारा और कहा, कि कहीं ना कहीं जिस तरीके से कालिंदी एक्सप्रेस हादसे को अंजाम दिया गया उसे इस बात से कतई इंकार नहीं किया जा सकता कि यह एक आतंकी साजिश है. उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह हादसा साजिश हो भी सकती है और नहीं भी.