कबीरधाम : सावन में शिव भक्त हर साल की तरह इस साल भी जगह-जगह से कांवड़ यात्रा निकाल रहे हैं. कुछ टोली मध्यप्रदेश के अमरकंटक से पैदल जल लेकर भोरमदेव पहुंच रहे है. भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ का खजुराहो के नाम से भी प्रसिद्ध है. कांवड़ यात्री दूर-दूर से जल लाकर भोरमदेव मंदिर में पंचमुखी बुढ़ा महादेव का जलाभिषेक कर रहे हैं.
पुलिस कर रही कांवड़ियों का स्वागत : इस साल कवर्धा पुलिस ने नई पहल की है. कवर्धा में आने वाले कांवड़ियों का पुलिस फूलों से स्वागत कर रही है. कांवड़ियों को पहले यात्रा के दौरान स्वयं ही भोजन का, ठहरने का और रास्ते में आने वाली समस्याओं का सामना करना पड़ता था. लेकिन इस बार शासन और प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए विशेष पहल करते हुए कांवड़ियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. साथ ही ठहरने और भोजन के इंतेजाम भी किए हैं. जिससे कबीरधाम जिले का माहौल भक्तिमय हो गया है.
कांवड़ यात्रा का महत्व : सावन का महीना भगवान शिव का महीना माना जाता है. सावन महीने में भक्त अपनी मनोकामना के लिए कांवड़ यात्रा करते हैं. भगवान शिव के मंदिर जाकर भक्त नदी के जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं. इसलिए शिव भक्त दूर-दूर से पैदल चलकर कई नदियों का जल लाकर महादेव का जलाभिषेक करते हैं.
कांवड़ियों की सुरक्षा के कड़े इंतेजाम : प्रदेश के डिप्टी सीएम, गृहमंत्री और कवर्धा विधायक विजय शर्मा के निर्देश पर कबीरधाम पुलिस ने यह पहल की है. अमरकंटक व अन्य जगहों से आने वाले कांवड़ियों के रास्ते में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किया गया है. एसपी अभिषेक पल्लव ने शहर में आने वाले कांवड़ियों का आरती कर फूलों से स्वागत किया. पंडरिया विधायक भावना बोहरा भी अमरकंटक में कबीरधाम जिले से जाने वाले कांवडियों व श्रद्धालुओं के लिए भोजन व्यवस्था कर रही हैं.