लखनऊ : राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश की बैठक रविवार को लखनऊ के प्रयाग नारायण स्थित संघ भवन में हुई. बैठक इस वर्ष प्रदेश में रिकॉर्ड 30 हजार मेगावाॅट से अधिक की बिजली आपूर्ति किए जाने तथा नए उत्पादन गृहों की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री को बधाई देने के साथ शुरू हुई. बैठक में पिछले वर्ष मार्च माह में ध्यान आकर्षण कार्यक्रम के दौरान की गई उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों को ऊर्जा मंत्री के आश्वासन के अनुरूप अविलंब समाप्त कराए जाने की मांग की गई.
बैठक में इंजीनियर जीवी पटेल ने कहा कि पिछले वर्ष मार्च माह में हुए ध्यानाकर्षण कार्यक्रम के 16 माह बाद भी ऊर्जा मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुरूप उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियां समाप्त न होने के कारण विद्युत कर्मियों में हताशा एवं निराशा व्याप्त है. इसी के कारण पिछले दिनों एक निलंबित अभियंता द्वारा जहरीला पदार्थ खा लिया गया जो बहुत ही दुखद एवं त्रासदी पूर्ण घटना है. कार्य समिति ने एक स्वर से समस्त उत्पीड़न की कार्रवाइयों यथा निलंबन, संगठन पदाधिकारियों की आय से अधिक सम्पत्ति की अनावश्यक जांचे, ESMA में की गई FIR आदि को तत्काल समाप्त कराए जाने की मांग की. इसके अतिरिक्त संगठन द्वारा जूनियर इंजीनियर का विद्युत उपभोक्ताओं से बेहतर संवाद, उनकी कार्य दक्षता को बदलती टेक्नोलॉजी का उपयोग कर बढ़ाए जाने तथा संगठनात्मक सुदृढ़ता हेतु शीघ्र ही प्रदेश व्यापी सम्पर्क संवाद कार्यक्रम चलाने पर निर्णय लिया गया.
संगठन के संरक्षक इंजीनियर सतनाम सिंह ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप 24x7 अनवरत विद्युत आपूर्ति एवं शत प्रतिशत राजस्व वसूली के लिए सभी जूनियर इंजीनियर एवं प्रोन्नत अभियंता कटिबद्ध हैं, लेकिन इन कार्यों के लिए न्यूनतम आवश्यक सामग्री, मैनपावर और शट डाउन का समय उपलब्ध कराया जाए. सरकार की नीति के तहत हर स्तर पर कार्मिकों से नियमित बैठकें अवश्य हों. जिससे कार्य में आने वाली समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो सके. मीटर रीडर एवं बिलिंग एजेंसियों पर प्रभावी नियंत्रण के साथ इनकी जिम्मेदारी भी तय कराई जाए. सरकार द्वारा घोषित स्थानान्तरण नीति से इतर जूनियर इंजीनियर/प्रोन्नत अभियन्ता, संगठन पदाधिकारियों के स्थानांतरण आदेश निरस्त किए जाए तथा चिकित्सा, शिक्षा , पति-पत्नी की सेवारत होने आदि के आधार को प्राथमिकता पर विचार किया जाए.
बैठक में प्रमुख रूप से इंजीनियर एससी दीक्षित, संरक्षक इंजीनियर राम जनम, इंजीनियर अजय, इंजीनियर सतवीर, इंजीनियर एके सिंह, इंजीनियर आशीष, इंजीनियर रामाशीष इंजीनियर अनु वर्मा, इंजीनियर अनिल पाठक, सत्यम यादव, राकेश कुमार सिंह, अतुल राय, राजू सिंह, अरविंद बिंद, संजीव वर्मा, डीके प्रजापति, मनोज कुमार वर्मा, संतोष विश्वकर्मा, राम जी यादव, शिवम चौधरी, पंकज जयसवाल, इंद्रेश यादव आदि शामिल रहे.