रांचीः लंबे समय के बाद राज्य में झारखंड पात्रता परीक्षा आयोजित की जायेगी. करीब 17 वर्षों बाद हो रहे शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए झारखंड लोक सेवा आयोग जल्द ही विज्ञापन जारी करने जा रहा है. इसके माध्यम से झारखंड के विश्वविद्यालय और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति की जायेगी. इससे पहले 2006-07 में जेट आयोजित हुआ था जो काफी विवादों में रहा, जिसकी सीबीआई जांच अभी भी जारी है.
बता दें कि पिछले दिनों कैबिनेट की बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय के तहत अब यह परीक्षा कम्प्यूटर बेस्ट टेस्ट के बजाय ओएमआर शीट पर ली जायेगी. इसके अलावा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यानी नेट की तर्ज पर ही झारखंड पात्रता परीक्षा में भी उम्र सीमा को समाप्त कर दिया गया है. हालांकि न्यूनतम उम्र 21 वर्ष निर्धारित की गई है. जानकारी के मुताबिक जेट में कुल 43 विषय को शामिल किया गया है. इधर कैबिनेट से पास होने के बाद उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग जल्द ही जेपीएससी को अधिसूचना जारी कर परीक्षा आयोजित करने की अनुशंसा करने जा रहा है.
विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत कॉलेजों में भरी जाएंगी रिक्तियां
राज्य के सरकारी विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत कॉलेजों में बड़े पैमाने पर रिक्तियां हैं. जेट आयोजित नहीं होने की वजह से राज्य के विश्वविद्यालय में 2404 असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति पर ग्रहण लगा हुआ है. इससे पहले जेट परीक्षा लेने की जिम्मेदारी एनटीए को दी गई थी मगर उसके द्वारा इनकार कर दिए जाने के बाद जेपीएससी नये सिरे से परीक्षा आयोजित करने की तैयारी में जुट गई है.
इधर लंबे समय के बाद हो रहे जेट परीक्षा को लेकर छात्रों में खुशी देखी जा रही है. रांची विश्वविद्यालय के छात्र रहे धमेंद्र बताते हैं कि जेट नहीं होने से कॉलेज शिक्षकों की नियुक्तियां लटकी हुई थी. सरकार से आग्रह है कि परीक्षा जल्द से जल्द पूरी पारदर्शिता और निष्पक्ष रुप से हो, जिससे कोई सवाल खड़ा नहीं हो. आमतौर पर जेपीएससी परीक्षा को लेकर विवादों में रहा है, जिससे छात्रों को ही क्षति उठानी पड़ती है.
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