जोधपुर. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मंगलवार को जोधपुर से पकड़ी गई 850 किलोग्राम गांजे की खेप के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल तक इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं, पूछताछ में जोधपुर में गांजा सप्लाई के नेटवर्क के खुलासे की संभावना जताई जा रही है. जोधपुर एनसीबी के जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया कि मंगलवार को पकड़े गए आरोपी अनिल बिश्नोई जिस रूट से पिकअप में गांजे की खेप लेकर आया था. उस रूट पर सभी जगह हाइवे के सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर एक स्कॉर्पियो द्वारा एस्कॉर्ट करने का पता चला था. उन्होंने बताया कि केकड़ी से अजमेर होते कई जगह स्कॉर्पियो पिकअप को एस्कॉर्ट करते नजर आई थी, जिसकी पड़ताल करते हुए स्कॉर्पियो सवार दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
सोनी ने बताया कि मामले में गिरफ्तार आरोपी अनिल बिश्नोई से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज में चोखा निवासी गुमान सिंह पुत्र अशोक गहलोत और नागौर जिले के बासनी सेजा निवासी नरेंद्र सिंह पुत्र सुमेर सिंह नजर आए थे. ऐसे में शनिवार को दबिश देकर दोनों को दबोचा गया. इसके बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 29 मई तक रिमांड पर लिया गया है. गौर हो कि मंगलवार को गौरा होटल के पास पिकअप से 71 पैकेट और एक घर से 99 पैकेटों में गांजा बरामद हुआ था, जिसका कुल वजन 850 किलो था.
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गांजा सप्लाई नेटवर्क का हो सकता है खुलासा : एनसीबी के अधिकारियों का मानना है कि तीनों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ से जोधपुर में गांजे की सप्लाई के नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. खास तौर से शहर के उच्च शिक्षण संस्थान आईआईटी, एनएलयू, निफ्ट के आसपास जो सप्लायर आते हैं, उनकी जानकारी सामने आ सकती है. इससे इस अवैध नशे के कारोबार पर लगाम लगाई जा सकेगी.
सद्दाम करता है छात्रों को गांजा सप्लाई : एनसीबी के खुलासे के बाद पुलिस ने भी इस संस्थानों के आसपास सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है. यह भी सामने आया कि आईआईटी और निफ्ट के आसपास स्कूटी पर सवार सद्दाम नाम का युवक आता है और फोन कर छात्रों को बाहर बुलाकर उन्हें गांजे की सप्लाई करता है. इसके अलावा जब छात्र छुट्टी के दिन शहर में आते हैं तो उनको सप्लाई की जाती है. इसको लेकर पुलिस भी अब सक्रियता हो गई है.