जोधपुर. शहर के बाहरी इलाके में सोमवार रात को लूट के इरादे से ऑटो चालक का पीछा आकर अज्ञात लुटेरों ने हत्या कर दी. ऑटो में बैठा युवक भी घायल हो गया. उसने बमुश्किल भाग कर जान बचाई. एक होटल पर जाकर पुलिस को सूचित किया. इससे पहले बदमाशों से बचने के लिए ऑटो को दौड़ाते हुए चालक ने अपने भाई को भी फोन किए. रात को उसको एमडीएम अस्पताल लाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. पुलिस ने रात को ही इलाके की छानबीन शुरू कर दी. वहीं, अन्य टैक्सी चालक अपनी मांगों को लेकर एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर पहुंच विरोध जता रहे हैं.
एडीसीपी चंचल मिश्रा ने बताया कि इस घटनाक्रम में 22 वर्षीय हरीश पुत्र सुरेश लोहार की मौत हो गई. पुलिस के अनुसार महाराष्ट्र से आए सुनील गुप्ता को सजाड़ा धाम जाना था. उसने भगत की कोठी स्टेशन से रात को हरीश का ऑटो लिया था. हरीश उसे लेकर रवाना हुआ तो खेजड़ली तोड़ना के बाद वह गलती से बिरामी धाम में घुस गया, जहां कुछ लोग उसे मिले तो उसने सजाड़ा का रास्ता पूछा और वहां से निकल गया.
पढ़ें : पति से करता था शिकायत, इसलिए सौतेली मां ने नाबालिग बेटे की कर दी हत्या, आरोपी महिला गिरफ्तार
सुनील ने बताया कि एक काली कार और कुछ बाइक सवार उनके पीछे लग गए. वो बार-बार पूछ रहे थे कि ऑटो में क्या है, लेकिन हरीश ने ऑटो नहीं रोका और तेज भगाया. इस दौरान कार में सवार लोगों ने एक पत्थर फेंका जो हरीश के सिर पर लगा. इससे ऑटो का संतुलन बिगड़ गया और ऑटो सड़क से नीचे उतर पेड़ से टकरा गया. उसके बाद बदमाश आए और उन्होंने घायल हरीश को पत्थरों से मारा. जिसके बाद वह खुद अंधेरे में भागा और नजदीक मुकुंदम होटल पहुंचा, उसके बाद पुलिस को जानकारी दी.
भाई पहुंचा, तब तक सब खत्म हो गया : हरीश जब अपना ऑटो भगा रहा था तो साथ में अपने भाई को भी कॉल कर रहा था कि उसके पीछे नशेड़ी पड़ गए हैं और उसे लूटना चाहते हैं. भाई अपने लोगों के साथ बात करते-करते रवाना हुआ. लोकेशन भी भेजी. इस दौरान लूणी रोड पर कार और बाइक सवार बदमाश जब पीछा कर रहे थे तो हरीश बचने के लिए भाई से बात रहा था. अचानक उसका फोन बंद हो गया. भाई लोकेशन के आधार पहुंचा तब तक बदमाश घटना को अंजाम दे चुके थे.