रांची: जमीन घोटाला मामले में बयान दर्ज कराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिये गये 10वें समन के बाद झामुमो कार्यकर्ता शनिवार शाम को राज्यव्यापी मशाल जुलूस निकालेंगे. शनिवार शाम को रांची के जयपाल सिंह स्टेडियम से परमवीर अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि केंद्र सरकार, बीजेपी और उसके इशारे पर कार्रवाई कर रहे प्रवर्तन निदेशालय के खिलाफ राज्य भर के गांव-गांव में आंदोलन शुरू किया जाएगा और बीजेपी नेताओं को तो राज्य की जनता गांव और कस्बे में घुसने नहीं देगी.
'आदिवासी मुख्यमंत्री को परेशान कर रही ईडी': मनोज पांडे ने ईडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दिए गए 10वें समन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राज्य की जनता समझती है कि इस समन का मतलब क्या है. एक आदिवासी युवा मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से घबराकर केंद्र के इशारे पर प्रवर्तन निदेशालय कार्रवाई कर रहा है. झामुमो नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के दोबारा समन और दोबारा तारीख से यह स्पष्ट हो गया है कि लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, आज संविधान और संवैधानिक संस्थाओं की संप्रभुता खतरे में है.
'बंद जनता की स्वाभाविक प्रतिक्रिया': पहले साहिबगंज बंद और शनिवार को दुमका बंद को ईडी के समन और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ कार्रवाई के खिलाफ स्वाभाविक प्रतिक्रिया बताते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता ने कहा कि भौतिकी का नियम है कि हर क्रिया की विपरीत प्रतिक्रिया होती है. जिस तरह से केंद्र के इशारे पर राज्य में ईडी मजबूत जनादेश के साथ मुख्यमंत्री के रूप में जनता की सेवा करने वाले हेमंत सोरेन को परेशान कर रही है, उसका हर जगह विरोध होना स्वाभाविक है. झामुमो नेता ने कहा कि अब यह आंदोलन और विरोध संथाल से लेकर गांव-गांव और कस्बा-कस्बा फैलेगा और लोग भाजपा नेताओं को गांव में घुसने नहीं देंगे.
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