रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने बागी नेताओं के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहा है. इसी क्रम में आज कोडरमा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने वाले जय प्रकाश वर्मा (जेपी वर्मा) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है.
पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे के हस्ताक्षर से जारी पत्र के मुताबिक झामुमो केंद्रीय अध्यक्ष के आदेश पर जेपी वर्मा को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है और निलंबित कर दिया गया है. झामुमो के जेपी वर्मा के निलंबन की जानकारी गिरिडीह जिला अध्यक्ष संजय सिंह और कोडरमा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र पांडे को भी दी गयी है.
आपको बता दें कि जेपी वर्मा गांडेय विधानसभा सीट से विधायक भी रह चुके हैं. वह यहां बीजेपी कोटे से विधायक रह चुके हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में उन्हें झामुमो प्रत्याशी डॉ सरफराज अहमद से हार मिली थी. पिछले साल वह बीजेपी छोड़कर झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए थे. उन्हें उम्मीद थी कि इंडिया गठबंधन में कोडरमा सीट झामुमो को मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
कोडरमा सीट भाकपा माले के खाते में गई और बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह उम्मीदवार बने. इसके बाद जेपी नाराज रहने लगे. इस बीच वह लगातार मैदान में रहे और आखिरकार उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया.
गौरतलब हो कि जय प्रकाश वर्मा कुशवाह समाज से आते हैं. इस लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा समाज के मतदाताओं की संख्या भी काफी है. इस लोकसभा सीट पर जेपी के परिवार का दबदबा रहा है. जेपी के चाचा रीतलाल प्रसाद वर्मा इस लोकसभा सीट से निर्वाचित होकर पांच बार सांसद बन चुके हैं.
तीन विद्रोहियों पर गिरी गाज, अब लोबिन की बारी!
लोकसभा आम चुनाव 2024 में, तीन झामुमो नेताओं, बसंत लोंगा, चमरा लिंडा और जेपी वर्मा इंडिया ब्लॉक पार्टियों कांग्रेस, झामुमो, राजद और माले के 7-5-1-1 फॉर्मूले के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ रहे हैं. जिसके बाद इनके खिलाफ पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई की है.
पूर्व विधायक बसंत लोंगा झामुमो के फैसले के खिलाफ बागी होकर खूंटी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि झामुमो विधायक चमरा लिंडा लोहरदगा के इंडिया ब्लॉक से निर्दलीय प्रत्याशी सुखदेव भगत के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
कोडरमा लोकसभा सीट से इंडिया ब्लॉक के आधिकारिक उम्मीदवार जेपी वर्मा का मुकाबला भाकपा माले के विनोद सिंह से है.
वहीं राजमहल लोकसभा सीट से अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार विजय हांसदा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेम्ब्रम के खिलाफ भी पार्टी जल्द ही अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकती है.