रांची: प्रवर्तन निदेशालय द्वारा रांची की बड़गांई में जिस साढ़े आठ एकड़ जमीन से जुड़े मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया है उस मामले में सोमवार को झामुमो ने ईडी की कार्रवाई पर सवाल खड़ा किया है. झामुमो के केंद्रीय कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर पार्टी के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि जल, जंगल और जमीन को कब्जाने की मंशा पाले लोगों के बीच उनके नेता हेमंत सोरेन आ गए तो एक साजिश रचकर हेमंत सोरेन को फंसाया गया.
झामुमो महासचिव ने कई दस्तावेज भी सार्वजनिक किए
संवाददाता सम्मेलन के दौरान बड़गांई की 8.5 एकड़ जमीन की 2015 में हुई रजिस्टर्ड डीड, उसके बाद डीडधारी हिलारीयन कच्छप द्वारा किए गए बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन, उसके बिजली बिल विपत्र को दिखाते हुए ईडी से पूछा कि वह बताएं कि 2015 तक जमीन राजकुमार पाहन की, फिर उसने जमीन रजिस्टर्ड डीड के द्वारा हिलारियन कच्छप को दी, बिजली बिल का विपत्र हिलारियन का तो फिर 2008-09 से जमीन हेमंत सोरेन का कैसे हुआ? झामुमो के केंद्रीय महासचिव ने कहा कि अब ईडी की सच्चाई उजागर होने लगी है.
सुप्रियो ने कहा कि बड़गाई की साढ़े आठ एकड़ जमीन को लेकर जो परसेप्शन हेमंत सोरेन के साथ जोड़कर ईडी ने बनाई उसके पीछे कौन लोग थे, यह सार्वजनिक होना चाहिए. झामुमो नेता ने कहा कि सबकुछ मर सकता है, लेकिन सरकारी दस्तावेज कभी नहीं मरता. उन्होंने कहा कि ईडी ने कैसे अपने आका के निर्देश पर षड्यंत्र रचा उसकी एक-एक कर सारी परतें खोली जाएंगी.
हेमंत का गुनाह इतना है कि उन्होंने झारखंड की अस्मिता से समझौता नहीं कियाः सुप्रियो
संवाददाता सम्मेलन के दौरान सुप्रियो ने कहा कि दरअसल अडानी, मोदी और अमित शाह की नजर झारखंड के जल, जंगल और जमीन पर लगी थी और एक युवा आदिवासी नेता हेमंत सोरेन ने झारखंड की अस्मिता का सौदा नहीं किया. इसलिए साजिश रचकर उन्हें फंसाया गया. झामुमो नेता ने कहा कि भाजपा का सांसद कहता है कि अबकी बार 400 पार इसलिए जरूरी हैं क्योंकि संविधान बदलना है. ऐसे में साफ है कि जो लड़ाई हेमंत सोरेन लड़ रहे हैं यह उनकी अकेले की लड़ाई नहीं, बल्कि सबकी है.
चुनावी चंदे पर सर्वोच्च न्यायालय का वक्तव्य आंखें खोलने वालाः विजय हांसदा
झामुमो के मीडिया संवाद के दौरान राजमहल सांसद विजय हांसदा ने इलेक्टोरल बांड्स के मामले में सर्वोच्च न्यायालय को दिए निर्देश और वक्तव्य को आंखें खोलने वाला बताते हुए कहा कि चुनावी चंदा के लिए बांड्स को भाजपा ने उगाही का साधन बना लिया था. पावर का दुरुपयोग करते हुए बीजेपी ने ईडी, सीबीआई का गलत इस्तेमाल कर अथाह धन अर्जन किया. अब इसका खुलासा होगा.
चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार ही चुनाव आयुक्त को करेंगे नियुक्त, यह विडंबना हैः सुप्रियो
झामुमो नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि सुनने में आ रहा है कि 15 मार्च को वाराणसी से लोकसभा उम्मीदवार पीएम मोदी और गुजरात से लोकसभा उम्मीदवार अमित शाह चुनाव आयुक्त का चयन करेंगे. यह अजीब विडंबना होगी कि दूध की रखवाली बिल्ली करेगी. चुनाव संचालन करने वाली संस्था के महत्वपूर्ण व्यक्ति का चयन पीएम और एचएम करेंगे.
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