गिरिडीह: गांडेय से भाजपा की टिकट पर विधायक रह चुके जय प्रकाश वर्मा इस बार कोडरमा लोकसभा सीट पर अपनी किस्मत आजमाएंगे. यहां से वे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरेंगे. इसकी घोषणा खुद जेपी ने ही कर रखी है. जेपी की तरफ से तैयारी भी जोर शोर से की जा रही है. पूरे लोकसभा क्षेत्र में वे अपने समर्थकों के साथ लोगों से मिल रहे हैं.
जेपी के परिवार का कोडरमा में रहा है वर्चस्व, अब चुनाव हुआ रोचक
वैसे हम जयप्रकाश वर्मा की बात करें तो जेपी कुशवाह समाज से आते हैं. कुशवाहा समाज के वोटरों की संख्या भी इस लोकसभा क्षेत्र में अच्छी खासी है. वहीं जेपी के परिवार का वर्चस्व इस लोकसभा सीट पर रहा है. जेपी के चाचा रीतलाल प्रसाद वर्मा इस लोकसभा सीट से पांच दफा चुनकर दिल्ली जा चुके थे.
राजनीतिक मामले के जानकार वरिष्ठ पत्रकार सूरज सिन्हा का कहना है कि जेपी के परिवार का वर्चस्व जनसंघ के काल से रहा. इनके पिता जगदीश प्रसाद वर्मा ने तो क्षेत्र में भाजपा को स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई थी. अब भाजपा छोड़कर झामुमो में गए फिर झामुमो से टिकट नहीं मिलने से निर्दलीय मैदान में उतरने की घोषणा जेपी वर्मा ने कर दी है. अब जेपी के मैदान में उतरने से कोडरमा का चुनाव दिलचस्प होना तय है.
2019 छोड़ हरेक चुनाव में जेपी के परिवार उतरे मैदान में
रीतलाल प्रसाद वर्मा के निधन के बाद 2004 में उनकी पत्नी चम्पा वर्मा ने कोडरमा लोकसभा में अपनी किस्मत आजमायी. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. झारखंड मुक्ति मोर्चा की टिकट पर खड़ी हुई चम्पा को 211712 मत मिला. इस बीच 2006 में उपचुनाव हुआ. इस बार भाजपा की टिकट से रीतलाल के पुत्र और जेपी के चचेरा भाई प्रणव वर्मा को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया.
प्रणव की लड़ाई भाजपा छोड़ जेवीएम बनाने वाले सूबे के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी से थी. इस लड़ाई में प्रणव को हार का सामना करना पड़ा. प्रणाव को 115892 मत मिला. फिर 2009 के चुनाव में प्रणव राष्ट्रीय जनता दल की तरफ से उम्मीदवार बने. जातीय वोट के समीकरण पर उतरे प्रणव को फिर से हार का सामना करना पड़ा. इस चुनाव में प्रणव को 110574 मत मिला. 2014 में जेपी के चचेरे भाई प्रणव फिर से चुनावी मैदान में कूद पड़े. इस बार इन्हें झारखंड विकास मोर्चा ने उम्मीदवार बनाया. इस चुनाव में प्रणव को 160638 मत मिला. हालांकि जेपी का चचेरा भाई प्रणव भाजपा में हैं.
लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्त्ताओं का होगा जुटान, बनेगी रणनीति: जेपी
जय प्रकाश वर्मा से ईटीवी भारत ने फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि चुनाव लड़ना तो तय ही है. रविवार को भण्डारो में उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं का महाजुटान होना है. यहां कार्यकर्ताओं संग मंथन किया जाएगा और लोकसभा क्षेत्र के हरेक विधानसभा के लिए अलग अलग रणनीति बनायी जायेगी.
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