रांची: इन दिनों बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा सुर्खियों में है. सियासी गलियारों से लेकर न्यायालय तक में इसको लेकर बहस चल रही है. विधानसभा चुनाव से पहले बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा सुर्खियों में होने से बीजेपी इसका राजनीतिक लाभ लेने की तैयारी में है. शायद यही वजह है कि परिवर्तन यात्रा का प्रमुख एजेंडा के रूप में इसे शामिल किया गया है.
इतना ही नहीं सबसे ज्यादा बांग्लादेशी घुसपैठ से प्रभावित संथाल के साहिबगंज से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करने के पीछे भी पार्टी की यही मकसद है. वैसे तो बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा बीजेपी के लिए पुराना मुद्दा है. बीजेपी विधायक अनंत ओझा साहिबगंज एवं संथाल में तेजी से बढ़ रहे घुसपैठ और इस वजह से लव जिहाद के साथ-साथ हो रहे लैंड जिहाद के प्रति चिंता जताते हुए विधानसभा में लगातार आवाज उठाते रहे हैं. मगर असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी बनने के बाद से लगातार दिए जा रहे बयान ने इस मुद्दे को सुर्खियों में लाने में सफल रहा है.
बांग्लादेशी घुसपैठ पर जमकर हो रही है सियासत
बांग्लादेशी घुसपैठ और इस वजह से आदिवासी सभ्यता संस्कृति खतरा में होने का आरोप लगाते हुए भाजपा इसके लिए राज्य की हेमंत सरकार को दोषी मान रही है. बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा कहते हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिए के द्वारा आदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है उनके जमीन लूटे जा रहे हैं और बहू बेटियों के साथ प्रताड़ना होती है.
ऐसे में संथाल की बदल रही डेमोग्राफी के बारे में जनता को बताने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है और इस पर निर्णय उन्हें लेना है. महज संयोग है कि 2 महीने के अंदर विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में हम इसे छोड़ नहीं सकते. अब जनता को मौका है कि हमारे इस मुद्दे के साथ वह हैं या नहीं है इस पर उन्हें निर्णय लेना है.
इधर बीजेपी के इस मुद्दे को निष्प्रभावी बनाने में जेएमएम जुटा हुआ है. पार्टी प्रवक्ता मनोज पांडे कहते हैं कि एक तो घुसपैठ है कहां और यदि थोड़ा घुसपैठ है भी तो इसके लिए जिम्मेदार केंद्र की भाजपा सरकार है जिसने अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चौकसी नहीं बढ़ाई. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गृहमंत्री की विफलता है जो घुसपैठ को रोकने में असफल रहे.
बांग्लादेश की घुसपैठ को हौआ बनाने का आरोप लगाते हुए मनोज पांडे ने कहा कि झारखंड से बिजली पैदा करते हैं और बांग्लादेश को सप्लाई करते हैं. बांग्लादेश से आपके पूंजीपति मित्रों का क्या व्यापारिक संबंध है यह जगजाहिर है. उन्होंने कहा कि जनता मूर्ख नहीं है सब कुछ जानती है और चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश फेल हो जाएगी.
ये भी पढ़ें-