लातेहार: गढ़वा के पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी को फोन पर धमकी देने की घटना में नक्सली संगठन जेजेएमपी का हाथ होने से जेजेएमपी के प्रवक्ता ने इनकार किया है. जेजेएमपी के प्रवक्ता कर्मवीर ने इस संबंध में प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि पूर्व विधायक को संगठन के किसी भी सदस्य द्वारा धमकी नहीं दी गयी है. संगठन के विरोधियों ने संगठन को बदनाम करने के इरादे से संगठन के नाम पर फर्जी धमकियां जारी की होंगी.
दरअसल, गढ़वा के पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी को नक्सली संगठन जेजेएमपी के कमांडर पप्पू के नाम से कॉल कर धमकी दी गयी थी. इस संबंध में पूर्व विधायक की ओर से मामला भी दर्ज कराया गया है. मामला सामने आने पर नक्सली संगठन जेजेएमपी के प्रवक्ता कर्मवीर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूर्व विधायक को धमकी देने की घटना में संगठन की संलिप्तता से पूरी तरह इनकार किया है.
उन्होंने विज्ञप्ति के माध्यम से कहा कि हो सकता है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने संगठन को बदनाम करने के लिए पूर्व विधायक को फर्जी कॉल किया हो. कुछ लोग ऐसे हैं जो संगठन को बदनाम कर फायदा उठाने के लिए इस तरह का काम कर रहे हैं.
पुलिस से की गई निष्पक्ष जांच की मांग
नक्सली संगठन के प्रवक्ता कर्मवीर ने विज्ञप्ति के माध्यम से पुलिस से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करायी जाये. पूर्व विधायक को जिस फोन नंबर से धमकी दी गई है, पुलिस उस फोन नंबर को ट्रेस कर जांच करे. प्रवक्ता कर्मवीर ने पुलिस से संगठन के नाम पर इस तरह की फर्जी कॉल कर धमकी देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
यह है मामला
जानकारी के अनुसार दो दिन पहले गढ़वा के पूर्व विधायक सत्येन्द्र नाथ तिवारी को किसी अज्ञात व्यक्ति ने मिस्ड कॉल किया था. जब पूर्व विधायक ने उनके नंबर पर दोबारा कॉल किया तो कॉल करने वाले ने खुद को नक्सली संगठन जेजेएमपी का जोनल कमांडर पप्पू बताया. इसके बाद पूर्व विधायक ने फोन काट दिया. बाद में इस नंबर से पूर्व विधायक को लगातार कई बार फोन किया गया. इस संबंध में पूर्व विधायक ने गढ़वा पुलिस को घटना की जानकारी देकर मामला दर्ज कराया है.