हजारीबाग: जिले की प्रसिद्ध 100 वर्ष पुरानी रामनवमी के सफल आयोजन के लिए रामनवमी महासमिति का चुनाव शुक्रवार को बड़ा अखाड़ा परिसर में हुआ. इसमें जीतू यादव को अध्यक्ष निर्वाचित घोषित किया गया. सभी प्रत्याशियों में जीतू यादव को सर्वाधिक 66 वोट मिले, जबकि मित यादव 54 वोट के साथ दूसरे स्थान पर रहे.
इससे पहले भारी गहमागहमी के बीच सुबह आठ बजे चुनाव प्रभारियों और पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में अध्यक्ष पद के लिए मतदान शुरू हुआ. इसमें मतदाताओं ने वोट डाले. दोपहर 3 बजे के बाद वोटों की गिनती शुरू हुई और आखिरकार विजयी उम्मीदवार की घोषणा की गई. जीत दर्ज होने के बाद जीतू यादव ने कहा कि इस बार रामनवमी ऐतिहासिक और सुंदर होगी. पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जाएगा और नशामुक्ति रामनवमी मनाई जाएगी.
चुनाव समिति के सदस्य बप्पी करण ने कहा कि यह चुनाव बेहद खास है. हजारीबाग में ये परंपरा पिछले 100 सालों से चली आ रही है. जीतू यादव इस साल रामनवमी महासमिति के अध्यक्ष बने हैं. उनके नेतृत्व में जुलूस निकाला जायेगा. ठाकुरबाड़ी के महंत विद्यानंद दास ने कहा कि जीतू यादव महासमिति के अध्यक्ष बने हैं. यह राम भक्तों का त्योहार है. सभी राम भक्त इस साल राम नवमी बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाएंगे.
पांच उम्मीदवार थे मैदान में
रामनवमी महा समिति के अध्यक्ष पद के लिए कुल पांच उम्मीदवार मैदान में थे. काफी कोशिशों के बावजूद जब अध्यक्ष के लिए आम सहमति नहीं बन पाई तो चुनाव कराने का फैसला लिया गया. चुनाव के बाद हुई मतगणना में जीतू यादव को सर्वाधिक 66 वोट मिले. जबकि मित यादव को 54 वोट से ही संतोष करना पड़ा. विशाल बाल्मीकि तीसरे स्थान पर रहे, उन्हें 50 वोट मिले. मुकेश मेहता को 28 और दीपक शंकर को 12 वोट मिले.
रामनवमी महा समिति के अध्यक्ष के चुनाव के लिए 230 की जगह 211 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जिसमें एक वोट रद्द कर दिया गया. मतदान प्रक्रिया में जिले के सभी रामनवमी क्लबों के अध्यक्ष व सचिव के अलावा पूर्व महासमिति के अध्यक्ष भाग लेते हैं.
हजारीबाग में खास होता है रामनवमी
हजारीबाग की रामनवमी बेहद खास है. इसका इंतजार हजारीबागवासियों को साल भर रहता है. आने वाले एक महीने तक हजारीबाग भगवा रंग में रंगा रहेगा और हर मोहल्ला एक खास नाम से जाना जाएगा. रामनवमी महा समिति के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कई दिनों से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं.
सभी प्रत्याशी अपनी दावेदारी को मजबूत बता रहे थे. जिसके चलते शुक्रवार सुबह से ही काफी हंगामा हुआ. शांतिपूर्वक चुनाव संपन्न कराने में महंत विजयानंद दास, बप्पी करण, महा समिति के पूर्व अध्यक्ष कुणाल यादव, पिकू यादव, राजेश यादव, लब्बू गुप्ता, विश्व हिंदू परिषद के अरविंद मेहता, सुनील केसरी, रामनवमी महा समिति के संरक्षक प्रशांत प्रधान ने अहम भूमिका निभायी.
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