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जींद में कैंसर से हुई दामाद की मौत, चार दिन बाद सास ने मृतक के फर्जी हस्ताक्षर कर लिया 52 लाख का लोन, 4 पर केस दर्ज - Loan Fraud in Jind - LOAN FRAUD IN JIND

Loan Fraud in Jind: जींद में कैंसर पीड़ित मरीज की मौत के चार दिन बाद फर्जी हस्ताक्षर कर मशीनरी के नाम पर 52 लाख रुपय लोन लेने का मामला सामने आया है. गारंटर को नोटिस दिया गया तो उसके हस्ताक्षर भी फर्जी पाए गए. पुलिस ने मामले में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.

Loan Fraud in Jind
जींद में कैंसर से हुई दामाद की मौत
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Apr 23, 2024, 7:40 PM IST

जींद: हरियाणा के जींद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां कैंसर मरीज की मौत के चार दिन बाद फर्जी हस्ताक्षर कर मशीनरी के नाम पर 52 लाख रुपये का लोन ले लिया. यहां तक कि गारंटर को नोटिस दिया तो उसके हस्ताक्षर भी नकली पाए गए. खबर है कि सास ने बेटे व अन्य के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया. बैंक मैनेजर व कर्मचारी भी इस साजिश में शामिल थे. मामले का खुलासा होने के बाद शहर थाना पुलिस ने चार लोगों को नामजद कर कुछ बैंक कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

कैंसर पीड़ित के नाम पर लिया लोन: शीतलपुरी कॉलोनी निवासी नरेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सिविल ठेकेदार है. उसका बड़ा भाई राजेश गांव देवरड़ में शादीशुदा था. मई 2023 में उसके भाई का साला शत्रुघ्न तथा रामेहर व एक अन्य व्यक्ति के साथ घर पर आया था. उसने मशीन लोन के लिए उसके गारंटर के लिए दस्तावेज ले लिए. उन्हें बैंक कर्मी को साथ लेकर आने की बात कही थी. दोबारा वे लोग नहीं आए. 9 अक्टूबर 2023 को उसके फोन पर केस होने का संदेश आया. जिसमें उसे गारंटर बनाया था. जब उसने रामेहर से पूछा तो उसने बताया कि लोन उसके कैंसर पीड़ित भाई रमेश के नाम पर लिया गया था.

गारंटर के भी फर्जी हस्ताक्षर: जब उसने बिना हस्ताक्षर के गारंटर बनाने के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिस पर उसने IDFC बैंक रोहतक जाकर पूछताछ की तो बताया गया कि लोन सुरेंद्र व रामेहर की मार्फत हुआ है. कागजातों को बैंककर्मी प्रवीण तथा बैंक मैनेजर ने तैयार किया है. जब उसने दस्तावेजों को निकलवाया तो आवेदन तथा एग्रीमेंट पर उसके गारंटर के तौर पर फर्जी हस्ताक्षर थे. जिस कैंसर पीड़ित रमेश के नाम पर लोन लिया गया था, उसकी मौत 21 मई 2023 को हो गई थी. जबकि उसे लोन 25 मई 2023 को जारी हुआ.

मृतक के नाम पर लिया लोन: लोन सुरक्षा बीमा भी उसी दिन किया गया. जबकि लोन लेने वाले व्यक्ति की चार दिन पहले मौत हो चुकी थी. मृतक के भी फर्जी हस्ताक्षर कर लोन को जारी करवाकर हड़प लिया है. फर्जीवाड़े में बैंक कर्मी भी शामिल थे. जब उसने फर्जीवाड़े में गारंटर दिखाने पर आपत्ति जताई तो आरोपियों ने उसे बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी. शहर थाना पुलिस ने शिकायत पर गांव देवरड़ निवासी रामेहर, उसकी मां, रोहतक निवासी सुरेंद्र, आईडीएफसी बैंक रोहतक का कर्मी प्रवीण और मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.

बैंक मैनेजर और कर्मियों पर फर्जीवाड़े का आरोप: जांच अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि लोन के दस्तावेजों में फर्जी गारंटर बनाकर लाखों रुपये की राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत मिली है. फिलहाल चार लोगों को नामजद कर कुछ बैंक कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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जींद: हरियाणा के जींद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां कैंसर मरीज की मौत के चार दिन बाद फर्जी हस्ताक्षर कर मशीनरी के नाम पर 52 लाख रुपये का लोन ले लिया. यहां तक कि गारंटर को नोटिस दिया तो उसके हस्ताक्षर भी नकली पाए गए. खबर है कि सास ने बेटे व अन्य के साथ मिलकर धोखाधड़ी को अंजाम दिया. बैंक मैनेजर व कर्मचारी भी इस साजिश में शामिल थे. मामले का खुलासा होने के बाद शहर थाना पुलिस ने चार लोगों को नामजद कर कुछ बैंक कर्मियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.

कैंसर पीड़ित के नाम पर लिया लोन: शीतलपुरी कॉलोनी निवासी नरेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह सिविल ठेकेदार है. उसका बड़ा भाई राजेश गांव देवरड़ में शादीशुदा था. मई 2023 में उसके भाई का साला शत्रुघ्न तथा रामेहर व एक अन्य व्यक्ति के साथ घर पर आया था. उसने मशीन लोन के लिए उसके गारंटर के लिए दस्तावेज ले लिए. उन्हें बैंक कर्मी को साथ लेकर आने की बात कही थी. दोबारा वे लोग नहीं आए. 9 अक्टूबर 2023 को उसके फोन पर केस होने का संदेश आया. जिसमें उसे गारंटर बनाया था. जब उसने रामेहर से पूछा तो उसने बताया कि लोन उसके कैंसर पीड़ित भाई रमेश के नाम पर लिया गया था.

गारंटर के भी फर्जी हस्ताक्षर: जब उसने बिना हस्ताक्षर के गारंटर बनाने के बारे में पूछा तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिस पर उसने IDFC बैंक रोहतक जाकर पूछताछ की तो बताया गया कि लोन सुरेंद्र व रामेहर की मार्फत हुआ है. कागजातों को बैंककर्मी प्रवीण तथा बैंक मैनेजर ने तैयार किया है. जब उसने दस्तावेजों को निकलवाया तो आवेदन तथा एग्रीमेंट पर उसके गारंटर के तौर पर फर्जी हस्ताक्षर थे. जिस कैंसर पीड़ित रमेश के नाम पर लोन लिया गया था, उसकी मौत 21 मई 2023 को हो गई थी. जबकि उसे लोन 25 मई 2023 को जारी हुआ.

मृतक के नाम पर लिया लोन: लोन सुरक्षा बीमा भी उसी दिन किया गया. जबकि लोन लेने वाले व्यक्ति की चार दिन पहले मौत हो चुकी थी. मृतक के भी फर्जी हस्ताक्षर कर लोन को जारी करवाकर हड़प लिया है. फर्जीवाड़े में बैंक कर्मी भी शामिल थे. जब उसने फर्जीवाड़े में गारंटर दिखाने पर आपत्ति जताई तो आरोपियों ने उसे बुरा अंजाम भुगतने की धमकी दी. शहर थाना पुलिस ने शिकायत पर गांव देवरड़ निवासी रामेहर, उसकी मां, रोहतक निवासी सुरेंद्र, आईडीएफसी बैंक रोहतक का कर्मी प्रवीण और मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया है.

बैंक मैनेजर और कर्मियों पर फर्जीवाड़े का आरोप: जांच अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि लोन के दस्तावेजों में फर्जी गारंटर बनाकर लाखों रुपये की राशि हड़पने का आरोप लगाते हुए शिकायत मिली है. फिलहाल चार लोगों को नामजद कर कुछ बैंक कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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