बिलासपुर: जिले में कांग्रेस एक बार फिर परिवर्तन यात्रा निकालने वाली है. इस बार ये परिवर्तन यात्रा पदयात्रा के रूप में निकाली जाएगी, जिसे बिलासपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र में चलाया जाएगा. लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस परिवर्तन यात्रा को निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
झीरम घाटी के शहीदों की याद में निकाली जाएगी यात्रा: दरअसल, साल 2013 में तत्कालीन पीसीसी अध्यक्ष दिवंगत नेता नंदकुमार पटेल ने जिस तर्ज पर परिवर्तन यात्रा निकाली थी, उसी तर्ज पर फिर बिलासपुर में जिला कांग्रेस कमेटी परिवर्तन यात्रा निकालने वाली है. इस यात्रा के दौरान वार्डो में जाकर कांग्रेस नेता कांग्रेस के पक्ष में जनता से वोट मांगेंगे. साथ ही साल 2013 में कांग्रेस के परिवर्तन यात्रा में नक्सलियों के द्वारा कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हुए संहार की गाथा कांग्रेस जनता को बताएगी. ताकि जनता भावनात्मक रूप से पार्टी से जुड़े.
क्या था झीरम घाटी कांड: नक्सलियों ने साल 2013 में कांग्रेस नेताओं का नरसंहार किया था. इस नरसंहार में कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेताओं को नक्सलियों ने मार दिया था. तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल साल 2013 में प्रदेश भर में परिवर्तन यात्रा चला रहे थे. यह परिवर्तन यात्रा जगदलपुर में आमसभा करने के बाद वापस रायपुर लौट रही थी. इस दौरान रास्ते में दरभा घाटी के झीरम इलाके में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. इससे तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल और उनके बेटे की मौके पर ही मौत हो गई. पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्य के बड़े नेता विद्या चरण शुक्ला को गोली लगी थी. कुछ दिनों बाद उनकी भी मौत हो गई थी. इसी तरह राजनांदगांव के कांग्रेस नेता सहित प्रदेश से कई बड़े नेता और कार्यकर्ता इस नरसंहार में शहीद हो गए थे.
क्यों दोबारा शुरू हो रही परिवर्तन यात्रा: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री विवेक वाजपेयी ने इस बारे में बताया कि, " साल 2013 के झीरम घाटी हत्याकांड में प्रदेश के बड़े नेताओं की हत्या हो गई थी. उस परिवर्तन यात्रा में वे स्वयं और देवेंद्र यादव दोनों ही शामिल थे. दोनों ही बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा पाए थे. देवेंद्र यादव उन दिनों को याद करते हुए आम जनता को बताना चाहते हैं कि प्रदेश के कांग्रेस नेता प्रदेश को बचाने और प्रदेशवासियों के साथ प्रदेश के विकास के लिए अपना बलिदान देने का काम किए हैं. इस बलिदान को लोगों को बताना है कि जिस तरह से प्रदेश और देश में भाजपा काम कर रही है और देश को गर्त में ले जा रही है, उसे बदलना है. उन्हें ऐसा सांसद चाहिए जो प्रदेश और लोकसभा क्षेत्र के विकास के लिए संसद भवन में आवाज उठा सके. पिछले 30 सालों में जिस तरह से बिलासपुर को मौन रखने वाले सांसद मिले हैं, इससे छुटकारा दिलाने के लिए देवेंद्र यादव को चुनाव में जीता कर संसद भेजेंगे."
70 वार्डों में चलाई जाएगी परिवर्तन यात्रा: इस बारे में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंद शुक्ला ने बताया कि, "22 अप्रैल से बिलासपुर नगर निगम के 70 वार्डों में इस परिवर्तन यात्रा की शुरुआत की जा रही है. एक दिन में 20 वार्ड कवर किए जाएंगे. वार्डों में आम जनता और मतदाताओं को यह बताया जाएगा कि अब तक बिलासपुर का कितना विकास हो जाना चाहिए था. भाजपा के सांसदों ने संसद में क्षेत्र के विकास को लेकर आवाज नहीं उठाई है.
यानी कि साल 2013 की तर्ज पर एक बार फिर कांग्रेस बिलासपुर के 70 वार्डों में 22 अप्रैल से परिवर्तन यात्रा निकालेगी. इस यात्रा के माध्यम से जनता से कांग्रेस अपने पक्ष में वोट की अपील करेगी.