नई दिल्ली: झारखंड के कुख्यात इंटरस्टेट गैंगस्टर राम नरेश साहनी को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. कई राज्यों की पुलिस को इसकी तलाश थी. गुजरात पुलिस कुमोद हत्याकांड में 19 साल से इसकी तलाश कर रही थी. आरोपी नॉर्थ बिहार में अवैध शराब का कारोबार करता था. जो मर्डर, हत्या के प्रयास, डकैती, किडनैपिंग, एक्सटोर्शन, ऑटो लिफ्टिंग, ड्रग्स, आर्म्स एक्ट, चीटिंग जैसे 25 मामलों में शामिल है. पुलिस ने आरोपी को पारू शहर के बाहरी इलाके में स्थित तहसील से दबोचा है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी के गैंग में 50 से ज्यादा सदस्य हैं. पुलिस से बचने के वह अपना ठिकाना और हुलिया दोनों बदलता रहता था. जब उस पर पुलिस का दबाव बनता था. वह साथियों के साथ नेपाल भाग जाता था. नरेश ने 2005 में अपराध की दुनिया में कदम रखा. उसने अवैध तरीकों से पैसा और प्रॉपर्टी बनाई. उसके खिलाफ पहला FIR 2005 में गुजरात के सूरत में हत्या और हत्या के प्रयास की धाराओं के तहत दर्ज किया गया था.
2005 में ही उसने साहेबगंज में एक और हत्या की थी. वह साहेबगंज और बिहार का हिस्ट्रीशीटर है. दिल्ली में नरेश साहनी के खिलाफ साल 2012 में ड्रग्स के एक केस में FIR दर्ज हुआ था. 10 जुलाई 2013 में सुनवाई के दौरान, आरोपी नरेश साहनी ने अपनी बेटी की शादी के लिए अंतरिम जमानत मांगी थी. जिसके बाद कोर्ट से उसे अंतरिम जमानत पर छोड़ दिया था. जिसके बाद वह फरार चल रहा था. पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था.