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सीएम हेमंत पर टिप्पणी: झामुमो ने कहा- बौखला गए हैं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, बाबूलाल बोले- मजबूरी में बोलना पड़ता है - Babulal remarks on Hemant Soren

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : 2 hours ago

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बाबूलाल मरांडी द्वारा अमर्यादित टिप्पणी को लेकर झारखंड की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस और झामुमो ने इसे लेकर बाबूलाल मरांडी पर पलटवार किया है. वहीं बाबूलाल मरांडी ने भी अपने बयान पर प्रतिक्रिया दी है.

Babulal remarks on Hemant Soren
बाबूलाल मरांडी, मनोज पांडेय और सोनाल शांति (ईटीवी भारत)

रांची: 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर मीडिया में की गई टिप्पणी के खिलाफ विभिन्न जगहों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इसमें कहा गया है कि इनसे जनभावनाएं आहत हुई हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने इसे बाबूलाल मरांडी का हताशा में दिया गया बयान करार दिया है और उन्हें संयमित व मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की सलाह दी है. वहीं बाबूलाल मरांडी का कहना है कि जब हर तरफ भ्रष्टाचार और लूट मची हो तो मजबूरी में ऐसी बातें कहनी पड़ती हैं.

बौखला गए हैं बाबूलाल मरांडी - झामुमो

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर बाबूलाल मरांडी द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी से नाराज झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव मनोज पांडेय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में करारी हार देखकर बाबूलाल मरांडी बौखला गए हैं. इसी हताशा में वे एक आंदोलनकारी के बेटे लोकप्रिय व युवा मुख्यमंत्री के बारे में बेतुकी टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब सुन और देख रही है.

नेताओं के बयान (ईटीवी भारत)

मनोज पांडेय ने बाबूलाल मरांडी पर मानसिक संतुलन खो देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आंदोलनकारी का बेटा चोर बन गया है और सभी गुजराती ईमानदार हो गए हैं? बाबूलाल मरांडी को संभलकर बोलने की सलाह देते हुए झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो जनता के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहें. जिन कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं, वे सभी न्याय की मांग कर रहे हैं.

बाबूलाल मरांडी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं - कांग्रेस

वहीं झामुमो की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि बाबूलाल मरांडी मदहोशी के दौर से गुजर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी में अपनी स्थिति को देखते हुए उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसीलिए वे नेताओं के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं. यही कारण है कि बाबूलाल की वाणी अमर्यादित हो गई है. राज्य के निर्वाचित जनप्रतिनिधि और मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह के अमर्यादित और अपमानजनक शब्द कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं हैं, इससे कार्यकर्ताओं और आम लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.

उन्होंने कहा कि बाबूलाल बिना सबूत के किसी को कैसे गाली दे सकते हैं. इसलिए जिनकी भावनाएं आहत हो रही हैं, वे न्याय के लिए उनके खिलाफ केस दर्ज करा रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है, चुनाव में बाबूलाल जी के मुंह से और भाजपा नेताओं के मुंह से ऐसे ही अमर्यादित शब्द निकलते रहेंगे.

मजबूरी में बोलना पड़ता है - बाबूलाल

इस पूरे प्रकरण पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारे खिलाफ अलग-अलग थानों में आधा दर्जन केस दर्ज किए गए हैं, इसलिए हमें मजबूरी में बोलना पड़ रहा है. जब सरकार खुद ही ऐसे घटिया काम करने लगे, उसे हर जगह कमीशन नजर आने लगे, उसे हर जगह पैसा नजर आने लगे, एक भी काम प्रामाणिकता से न हो, बच्चों की योजना में गड़बड़ी हो, गरीबों की योजना में गड़बड़ी हो, आदिम जनजाति की योजना में गड़बड़ी हो, बाकी जगहों की तो बात ही छोड़िए, मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही गड़बड़ी हो, लूट हो, तो मजबूरी में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ता है.

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बौखला गए हैं बाबूलाल मरांडी - झामुमो

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर बाबूलाल मरांडी द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी से नाराज झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव मनोज पांडेय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में करारी हार देखकर बाबूलाल मरांडी बौखला गए हैं. इसी हताशा में वे एक आंदोलनकारी के बेटे लोकप्रिय व युवा मुख्यमंत्री के बारे में बेतुकी टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब सुन और देख रही है.

नेताओं के बयान (ईटीवी भारत)

मनोज पांडेय ने बाबूलाल मरांडी पर मानसिक संतुलन खो देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आंदोलनकारी का बेटा चोर बन गया है और सभी गुजराती ईमानदार हो गए हैं? बाबूलाल मरांडी को संभलकर बोलने की सलाह देते हुए झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो जनता के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहें. जिन कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं, वे सभी न्याय की मांग कर रहे हैं.

बाबूलाल मरांडी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं - कांग्रेस

वहीं झामुमो की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि बाबूलाल मरांडी मदहोशी के दौर से गुजर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी में अपनी स्थिति को देखते हुए उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसीलिए वे नेताओं के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं. यही कारण है कि बाबूलाल की वाणी अमर्यादित हो गई है. राज्य के निर्वाचित जनप्रतिनिधि और मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह के अमर्यादित और अपमानजनक शब्द कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं हैं, इससे कार्यकर्ताओं और आम लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.

उन्होंने कहा कि बाबूलाल बिना सबूत के किसी को कैसे गाली दे सकते हैं. इसलिए जिनकी भावनाएं आहत हो रही हैं, वे न्याय के लिए उनके खिलाफ केस दर्ज करा रहे हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि यह तो बस शुरुआत है, चुनाव में बाबूलाल जी के मुंह से और भाजपा नेताओं के मुंह से ऐसे ही अमर्यादित शब्द निकलते रहेंगे.

मजबूरी में बोलना पड़ता है - बाबूलाल

इस पूरे प्रकरण पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारे खिलाफ अलग-अलग थानों में आधा दर्जन केस दर्ज किए गए हैं, इसलिए हमें मजबूरी में बोलना पड़ रहा है. जब सरकार खुद ही ऐसे घटिया काम करने लगे, उसे हर जगह कमीशन नजर आने लगे, उसे हर जगह पैसा नजर आने लगे, एक भी काम प्रामाणिकता से न हो, बच्चों की योजना में गड़बड़ी हो, गरीबों की योजना में गड़बड़ी हो, आदिम जनजाति की योजना में गड़बड़ी हो, बाकी जगहों की तो बात ही छोड़िए, मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में ही गड़बड़ी हो, लूट हो, तो मजबूरी में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना पड़ता है.

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