चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम पुलिस ने मुठभेड़ में दो नक्सलियों को मार गिराया है. पुलिस ने यह कार्रवाई जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान की. बताया जा रहा है कि सुरक्षा बलों को गुप्त सूचना मिली थी कि 15 लाख रुपये का इनामी नक्सली अमित मुंडा अपने दस्ते के साथ हिंसक विध्वंसक नक्सली गतिविधियों के लिए सोनुआ इलाके में सक्रिय है.
इस सूचना पर सुरक्षा बल सोनुआ थाना क्षेत्र के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र लोंजो नचलदा में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे. इसी दौरान भाकपा (माओवादी) उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों को देखते ही फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षा बलों ने भी आत्मरक्षा में जवाबी फायरिंग की.
सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख उग्रवादी दस्ते के सदस्य पहाड़ों और घने जंगल का फायदा उठाकर भाग निकले. मुठभेड़ के बाद आसपास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया गया, जिसके दौरान एक पुरुष और एक महिला नक्सली के शव और हथियार, कारतूस और अन्य सामान बरामद किए गए. दोनों शव की पहचान प्रतिबंधित माओवादी नक्सली संगठन के जेडसीएम विनय गंझू उर्फ संजय गंझू उर्फ बरिया उर्फ भुखन उर्फ संजय और एसीएम हेमंती मंझियाईन के रूप में की गई है.
घटना के बाद पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा जिला पुलिस बल द्वारा सोनुवा थाना अंतर्गत जंगल में हुई मुठभेड़ में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई में शामिल ऑपरेशन टीमों को अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय चक्रधरपुर स्थित सीआरपीएफ 60 बटालियन मुख्यालय में अनुराग गुप्ता, महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड रांची एवं पुलिस मुख्यालय झारखंड रांची के अन्य वरीय पदाधिकारियों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया.
झारखंड डीजीपी अनुराग गुप्ता ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ये नक्सली नहीं बल्कि गुंडे हैं, इनका बहुत जल्द सफाया हो जाएगा. इनके पास एक राइफल है, हमारे पास हजारों हैं, ये कब तक बचेंगे.
यह भी पढ़ें:
चाईबासा में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, दो नक्सली ढेर
एक करोड़ के ईनामी नक्सली कमांडर की महिला मित्र का एनकाउंटर, इंसास लेकर घूमती थी
बोकारो में दो नक्सली ढेर, 15 लाख का इनामी हुआ गिरफ्तार, गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई