दुमकाः झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने मंगलवार को दुमका परिसदन में मीडिया से बातचीत में हाल ही में भाजपा के डेढ दर्जन विधायकों पर की गई कार्रवाई पर बयान दिया और अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था को चलाने के लिए अनुशासन बनाए रखना बेहद जरूरी है. जब उसकी अवहेलना होती है तो ऐसे एक्शन लिए जाते हैं. विधानसभा में भी विधायकों पर कुछ घंटे के लिए या एक दिन के लिए इस तरह की कार्रवाई होती है पर फिर से यथास्थिति को बहाल कर सभी मिलजुल कर कार्य करते हैं.
राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की
रबीन्द्रनाथ महतो ने राज्य सरकार के कार्यों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार का पांच वर्षों का मौजूदा कार्यकाल जनता के हित में रहा और काफी सराहनीय रहा है. स्पीकर ने यह भी विश्वास जताया कि झारखंड में आने वाले चुनाव में जनता इस सरकार को फिर से मौका देगी. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार ने अपनी पूरी क्षमता के साथ जन आकांक्षाओं के अनुरूप कार्य किया है.
विधानसभा अध्यक्ष के तौर पर कार्यकाल सुखदः रबीन्द्रनाथ
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा के मेरा पांच वर्षों के कार्यकाल का अनुभव काफी सुखद रहा. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों सदस्यों को साधते हुए उनकी उम्मीदों को पूरा किया. हम सभी ने मिलकर जनता के हितों के लिए काम किया और जनता की जो आकांक्षाएं रही, उसे पूरा किया गया है.
सदन में नहीं हो जनता के मुद्दों के साथ समझौताः स्पीकर
विधानसभा के स्पीकर रबीन्द्रनाथ महतो ने कहा कि सबसे आवश्यक बात यह है कि विधानसभा में जनता के जो भी मुद्दे हैं उसके साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए. विधानसभा सदस्य जनता से जुड़े जो भी मामले सदन में लाते हैं, उस पर विचार-विमर्श होना चाहिए, उसकी आलोचना, समालोचना कर एक निर्णय तक पहुंचना काफी आवश्यक होता है. उन्होंने कहा कि सदन का समय बर्बाद नहीं होना चाहिए.
स्टीफन मरांडी से की मुलाकात
इसके पूर्व झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने मंगलवार को झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी से मुलाकात की. बता दें कि स्टीफन मरांडी की पत्नी का कुछ दिन पहले ही निधन हुआ था.
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