रांची: भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. शनिवार शाम जैसे ही प्रत्याशियों की सूची जारी हुई बीजेपी प्रदेश कार्यालय से लेकर नेताओं के घर पर खुशी और गम का माहौल बना रहा. जिन्हें टिकट मिला उनके घर दीपावली जैसा नजारा था. एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी मनाई गई.
बीजेपी दफ्तर के बाहर नारेबाजी भी की गई और समर्थक एक दूसरे को मिठाई खिलाकर सूची का स्वागत करते रहे. सबसे ज्यादा नजरें रांची सीट पर टिकी हुई थी. कई दिनों से रांची और हटिया सीट पर सीटिंग विधायक के टिकट कटने का कयास लगाए जा रहे थे, जिसपर आखिरकार विराम लग गया. रांची विधायक सीपी सिंह के घर रौनक लौट आई.
टिकट मिलने की खबर मिलते ही केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और स्थानीय सांसद संजय सेठ अपने आपको रोक नहीं पाए और सीपी सिंह के आवास पहुंचकर बधाई दी. इस मौके पर सीपी सिंह के समर्थकों की खुशी देखते ही बन रहा था. सीपी सिंह अब तक लगातार छह बार बीजेपी के टिकट पर रांची सीट से चुनाव जीतकर रिकॉर्ड बना चुके हैं. एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से उन्हें प्रत्याशी बनाने का फैसला लिया है.
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में उतारा गया है. अर्जुन मुंडा ने पार्टी के प्रति आभार जताते हुए कहा है कि भाजपा इस बार रोटी, बेटी और माटी की रक्षा के लिए वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकेगी. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी धनवार सीट से चुनाव मैदान में एक बार फिर उतरेंगे. पार्टी ने इन्हें इस सीट से चुनाव मैदान में उतारा है.
टिकट पाने की चाहत रखने वाले अधिकांश को मिली निराशा
भारतीय जनता पार्टी के द्वारा जारी सूची में 66 प्रत्याशियों के नाम हैं जबकि टिकट पाने वाले अभ्यर्थियों की लंबी चौड़ी लिस्ट इस बार पार्टी के समक्ष थी. जानकारी के मुताबिक प्रत्याशियों का चयन का सबसे बड़ा आधार लोकसभा चुनाव के दौरान संबंधित विधानसभा क्षेत्र में बीजेपी को मिले वोट को रखा गया था. जाहिर तौर पर सीटिंग विधायक के लिए उनके क्षेत्र में उनका परफॉर्मेंस गले की हड्डी बनी हुई थी. इसके अलावा कुछ सीटों पर बीजेपी ने दूसरे दल से आए विधायक या सांसद को भी मौका दिया है. इन सबके बीच पार्टी के कई ऐसे बड़े नेता जो टिकट पाने की चाहत रख रहे थे उन्हें निराशा हाथ लगी है.
रबिन्द्र राय, यदुनाथ पांडे, बाल मुकुंद सहाय, सीमा शर्मा, रमेश सिंह, सत्यनारायण सिंह, बटेश्वर मेहता, शोभा यादव जैसे नेता टिकट पाने की रेस में थे. बरकट्ठा से टिकट पाने की चाहत रख रहे बटेश्वर मेहता कहते हैं कि टिकट नहीं मिलने से दुख तो हुआ है. मगर पार्टी ने जो निर्णय लिया है उसका हम स्वागत करते हैं. पार्टी कुछ सोच समझकर ही निर्णय लिया होगा.
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