झांसी : झांसी खाद्य विभाग की टीम के एक्शन से फूड आइटम निर्माताओं में हड़कंप मच गया है. खाद्य विभाग की टीम को निरीक्षण में दिव्या फूड कांसेप्ट (वेकर्स फैक्ट्री), बालाजी नमकीन सहित 46 विभिन्न प्रतिष्ठानों में गंदगी मिली. इसके बाद टीम ने सैंपल भरने के बाद सभी को नोटिस जारी किए हैं.
गंदगी में बनाए जा रहे थे फूड आइटम
खाद्य सुरक्षा व औषधि विभाग के सहायक आयुक्त चितरंजन कुमार ने बताया कि झांसी शहर में 5416 फूड से जुड़े दुकानदारों ने रजिस्ट्रेशन और 686 बड़े फूड दुकानदार या निर्माताओं ने लाइसेंस लिए हैं. इन्हीं प्रतिष्ठानों में तैयार खाने पीने की चीजों में मिलावट और साफ सफाई न होने की शिकायतें मिलती रहती हैं. अगस्त में चलाए गए अभियान के अंतर्गत 46 जगहों पर कार्रवाई करते हुए सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं.
सहायक आयुक्त चितरंजन कुमार ने कहा कि बिजौली इंडस्ट्रियल एरिया में स्तिथ दिव्या फूड कांसेप्ट (वेकर्स फैक्ट्री), बालाजी नमकीन, बंसल फेवविल, सैनिक किराना, मुकेश किराना, जय मां प्रोविजन मुख्य रूप से शामिल हैं. इन सभी के यहां किए गए निरीक्षण में साफ सफाई को अनदेखा कर गंदगी का अंबार पाया गया. गंदगी में सारी खाने पीने की चीजें बनाई जा रही थीं. इसके अलावा हाइजेनिक नियमों का भी उल्लंघन किया जा रहा था. फिलहाल सुधार लाने के लिए नोटिस दिए गए हैं. इसमें सभी को 15 दिन का समय दिया गया है. इसके बाद दोबारा जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
बिना फिटनेस प्रमाण पत्र के कर्मचारी कर रहे काम
सहायक आयुक्त चितरंजन कुमार ने बताया कि फूड लाइसेंस लेने के लिए अनिवार्य होता है कि फूड फैक्ट्री या दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों का चिकित्सीय प्रमाण पत्र होना जरूरी होता. जिससे पता चलता है कि कर्मचारी किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त नहीं है. निरीक्षण के दौरान 46 संस्थानों पर ज्यादातर के पास अनदेखी देखने को मिली है.
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