लखनऊ : देश के प्रतिष्ठित आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपल आईटी में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाला ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम जेईई मेंस जनवरी के तीसरे सप्ताह में आयोजित होने जा रहा है. इसके लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनडीए की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है. ऐसे में अगले एक महीने इस एग्जाम को देने जा रहे स्टूडेंट्स के लिए काफी महत्वपूर्ण है. ऐसे में जेईई के विशेषज्ञ इंजीनियर आदित्य कुमार ने स्टूडेंट्स के लिए कुछ सुझाव साझा किए हैं. चलिए जानते हैं इस बारे में.
1. किसी भी नई बुक्स या नए टॉपिक को बिल्कुल प्रेफरेंस न दें: इंजीनियर आदित्य कुमार का कहना है कि ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम मेंस के लिए अब एक महीने का समय ही बचा है. ऐसे में एक महीना स्टूडेंट्स अपनी तैयारी के स्तर को जांचने और अपनी कमजोरी को दूर करने पर फोकस करें. एग्जाम देने जा रहे स्टूडेंट्स को आखिरी समय में किसी भी नई रेफरेंस बुक या नए टॉपिक की तैयारी करने पर फोकस नहीं करना चाहिए. इसके बजाय पूरे साल जिस भी स्टैंडर्ड की किताब को फॉलो किया है उन्हें ही अच्छे से पढ़ना चाहिए. उसको जितना ज्यादा हो सके रिवाइज करें. साथ ही आईआईटी के स्टैण्डर्ड के जो भी एग्जाम ऑनलाइन होते हैं उन्हें जरूर दें और एग्जाम देने के अपने टाइमिंग और तैयारी को जांचे और उसी के हिसाब से अपने रिवीजन को पुख्ता करें. ऐसा करने से उन्हें भले ही 99 परसेंटाइल न मिले पर वह एक स्टैंडर्ड परसेंटाइल को हासिल कर सकते हैं. कोशिश करें कि पहले जेईई मेंस के एग्जाम में ही हाई परसेंटाइल स्कोर करें. इसके लिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा ऑनलाइन टेस्ट देकर अपनी प्रेक्टिस को बेहतर करें.
2. अच्छे मार्क्स के लिए टॉपिक रिवाइज्ड करें: इंजीनियर आदित्य कुमार के अनुसार फिजिक्स सब्जेक्ट की तैयारी करने के लिए कुछ टॉपिक ऐसे हैं जिसे हर साल सवाल आते ही आते हैं. ऐसे में छात्रों को मैकेनिक्स थर्मोडायनेमिक्स और वेव्स एंड स्ट्रिंग्स एंड कॉलम्स जैसे टॉपिक को आपने जितना भी पढ़ा है उसे जरूर रिवाइज कर लें, क्योंकि एग्जाम में इन सभी टॉपिक से सवाल जरूर पूछे जाते हैं. इसके लिए आप जितना भी ऑनलाइन एग्जाम देंगे उतना ही आपको उनके सवालों को जानने समझने में आसानी होगी.
3. किसी भी नई किताब को आखिरी समय में न पढ़ें: इंजीनियर आदित्य कुमार के मुताबिक आखिरी समय में कई बार बच्चे अपनी तैयारी को और बेहतर करने के लिए ज्यादा से ज्यादा डिफरेंट बुक्स और स्टडी मैटेरियल का सहारा लेते हैं. ऐसा बिल्कुल न करें. ऐसा करने से आपको कंफ्यूजन होगा. ऐसे में जो किताब आपने शुरुआत से पढ़ी है उसे ही रिवाइज करें. साथ ही 12वीं स्टैंडर्ड की किताब से रिवाइज करें. क्योंकि जेईई मेंस में 50 से 60% सवाल 12वीं के स्तर के ही आते हैं जो सिलेबस बेस्ड होते हैं.
यह भी पढ़ें : JEE Mains 2025 के लिए आवेदन शुरू, जानें पूरा शिड्यूल - संयुक्त प्रवेश परीक्षा