पटना : अपने ही पार्टी के विधायक के द्वारा FIR किए जाने से परेशान जदयू विधायक डॉक्टर संजीव का कहना है कि ''पार्टी में कुछ 'चिरकुट' लोग हैं उन्हीं लोगों ने प्रेशर देकर केस करवाया है.'' जदयू विधायक सुधांशु शेखर ने क्यों केस किया है? क्या वजह है? इस पर विधायक डॉ संजीव ने जवाब दिया है कि लोग मेरी लोकप्रियता से परेशान हैं. मैंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया भी है. नीतीश कुमार हमारे सर्वमान्य नेता हैं.
डॉ संजीव की सफाई : जदयू की ओर से दो मीटिंग भोज हुई. उसमें आप क्यों नहीं आए थे? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ''हम बिहार से बाहर थे. हमने अपने नेताओं को बोल दिया था. विजय चौधरी जी को पता था. नीतीश जी को भी बता दिया था. नाराजगी तो थी, लेकिन अब नहीं है.'' नवादा में क्या हुआ था? डॉक्टर संजीव ने कहा कि 'कोडरमा से हम लौट रहे थे तो हमने ही पार्टी के नेताओं को कहा था कि स्कॉट की व्यवस्था करवा दीजिए. तो मेरे साथ कुछ नहीं हुआ. एसपी भी थे तो उन लोगों ने कहा कि चाय नाश्ता करके जाइए.''
'मैं दबाव में आने वालों में से नहीं' : जदयू के विधायकों की ओर से उनके परिवार पर जो कार्रवाई हो रही है, उसको लेकर नाराजगी है. जदयू विधायक संजीव कुमार ने कहा कि जो कार्रवाई हो रही है कहीं से उचित नहीं है. क्या आप पर भी दबाव बनाने की कोशिश हो रही है? संजीव ने कहा कि मैं अपने स्वाभिमान से कभी समझौता न किया है, ना करूंगा. किसी के दबाव में आकर मैं काम नहीं कर सकता हूं. चाहे यमराज भी आ जाएंगे तो भी मैं दबाव में काम करने वाला नहीं हूं.
विश्वासमत के दिन दिया था अलग बयान : हालांकि विश्वासमत के दौरान जब डॉक्टर संजीव सदन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए पहुंचे तो उनसे मीडिया कर्मियों ने जो सवाल पूछा था उसके जवाब में आज कुछ अलग हटकर जवाब दिए. उस वक्त उन्होंने पुलिस द्वारा डिटेन करने की बात कही थी. हालांकि तब भी उन्होंने नाराजगी वाली बात जरूर कही थी. उस वक्त कह रहे थे कि ''पता नहीं क्यों पुलिस वालों ने डिटेन किया था. इसका जवाब तो डीजीपी से पूछिए.''