जयपुर: सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट्स चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व करने वाली संस्था जयपुर एसोसिएशन का रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) का अस्तित्व खत्म करने की तैयारी हो गई है. अब जार्ड की बजाय मेधावी छात्रों की एक कमेटी रेजिडेंट्स डॉक्टर्स का प्रतिनिधित्व करेगी. इसके तहत मेडिकल कॉलेज के जितने भी विभाग हैं, उनमें से एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट को चुना जाएगा. वह उस विभाग और उसके रेजिडेंट चिकित्सकों का प्रतिनिधित्व करेगा.
दरअसल, हाल ही में हुई रेजिडेंट्स की हड़ताल बाद ये बड़ा डवलपमेंट हुआ है. यह हड़ताल कोर्ट के दखल के बाद टूटी थी. एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.दीपक माहेश्वरी ने बताया कि जार्ड ने रेजिडेंट्स का विश्वास खो दिया है. इसके बाद रेजिडेंट्स नया फोरम तैयार कर रहे हैं. इसमें सभी विभागों के एक-एक ब्रिलिएंट स्टूडेंट्स को शामिल किया जाएगा. गौरतलब है कि हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद रेजिडेंट्स डॉक्टर्स की मांगों पर चिकित्सा शिक्षा सचिव की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक होनी है. मामले को लेकर तत्कालीन जार्ड के अध्यक्ष डॉ मनोहर सियोल का कहना है कि फिलहाल जार्ड को समाप्त करने पर मंथन चल रहा है और एक नया फोरम तैयार किया जाएगा.
अंतरिम कमेटी की बैठक कल: हाल ही में रेजिडेंट चिकित्सकों की हड़ताल के बाद हाईकोर्ट ने एक अंतरिम कमेटी रेजिडेंट चिकित्सकों की मांग को लेकर बनाई थी, जिसकी बैठक कल यानी 20 नवंबर को होनी है, इस बैठक में रेजिडेंट चिकित्सकों की मांगों को लेकर चर्चा की जाएगी. बैठक में निदेशक जन स्वास्थ्य, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, एसएमएस अस्पताल के दो वरिष्ठ चिकित्सक और जार्ड के प्रतिनिधि भाग लेंगे.