धौलपुर: जिले में जन्माष्टमी पर्व को लेकर मुस्लिम भाई भगवान श्रीकृष्ण और राधा की पोशाकें बनाने में जुटे हुए हैं. इनके द्वारा तैयार की गई पोशाक को उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, वृंदावन, मध्य प्रदेश समेत देश के अन्य इलाकों में भेजी जाती हैं. यहां की पोशाक मथुरा वृंदावन से देश भर के प्रसिद्ध मंदिरों समेत विदेशों में बने मंदिरों में विराजमान ठाकुरजी पहनेंगे.
मुस्लिम कारीगर उवेश खान श्री कृष्ण और राधा के लिए मोतियों, नग, शीशा और स्टोन से बनी पचरंगी और जरी की नई-नई डिजाइन की सुन्दर और आकर्षक पोशाक तैयार की जा रही हैं. मुस्लिम कारीगर कई महीने पहले से पोशाक बनाने के काम में जुटे हुए हैं. यहां अन्य भगवानों की पोशाक बनाने का कार्य लगातार चलता रहता है, लेकिन जन्माष्टमी पर्व पर भगवान श्री कृष्ण और राधा की पोशाकों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. मुस्लिम कारीगरों ने बताया कि पूरे साल भगवानों की पोशाक बना कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं और यही उनके रोजगार का साधन हैं.
जन्माष्टमी पर पोशाकों की डिमांड : जिले भर में करीब पचास से अधिक कारखाने हैं, जिनमें सिर्फ मुस्लिम कारीगरों द्वारा कान्हा और अन्य भगवानों की पोशाकों को तैयार किया जाता है. एक कारखाने पर करीब 7 से 15 कारीगर काम करते हैं. कारीगरों ने बताया कि जन्माष्टमी के त्यौहार पर कान्हा और राधा की पोशाकों की डिमांड बहुत बढ़ जाती है. कारीगरों ने बताया कि पोशाक बनाने की उन्हें मजदूरी मिलती है और मुनाफा व्यापारी कमाता हैं, लेकिन खुशी है कि हम लोग भगवान की पोशाक बना रहे हैं.
देश के कोने-कोने में डिमांड : भगवान श्री कृष्ण, भगवान श्री राम समेत जितने भी भगवान एवं आदि शक्ति माता सीता व राधा के स्वरूप हैं, सबकी पोशाक धौलपुर में तैयार की जाती है. मुस्लिम कारीगरों के हाथों की बनी पोशाक की मांग देश के कोने-कोने में है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा समेत गुजरात और महाराष्ट्र में भी विशेष पोशाक सप्लाई की जाती हैं.