जांजगीर चांपा: पामगढ़ का कोसीर गांव डायरिया का हॉटस्पॉट बन चुका है. यहां बुधवार को डायरिया के मरीज को अस्पताल लाया जा रहा था. रास्ते में उसकी मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक कोसीर में 80 से अधिक ग्रामीण डायरिया की चपेट में आ चुके हैं. इनमें 35 मरीजों का पामगढ़ सीएचसी अस्पताल में इलाज चल रहा है. अन्य ग्रामीणों का जिला अस्पताल जांजगीर और बिलासपुर के निजी अस्पताल में उपचार जारी है. हालात बिगड़ते देख गांव में 3 दिनों का हेल्थ कैंप प्रशासन की ओर से लगाया गया है. स्थानीय लोगों की मानें तो यहां पानी के कारण डायरिया फैली है.
अस्पताल लाते वक्त युवक की मौत: दरअसल, जांजगीर जांपा के कोसीर गांव के अधिकतर लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. अचानक गांव के कुछ लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत के बाद पामगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जबकि कुछ लोगों को बिलासपुर और निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं, बुधवार को सुबह कोसीर गांव के 17 वर्षीय युवक विजय कुमार यादव को उल्टी दस्त अधिक होने के बाद इलाज के लिए पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जा रहा था. रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
विजय का उपचार कोसीर में किया गया था.परिजनों को उचित इलाज के लिए पामगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने मरीज को घर में रखा. बुधवार को अस्पताल लाते समय उसकी मौत हो गई.-सौरभ यादव, डॉक्टर
टेप नल का पानी पीने से बीमार पड़े ग्रामीण: इस पूरे मामले में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ सौरभ यादव ने कहा, "डायरिया से पीड़ित 35 मरीजों को उल्टी-दस्त की शिकायत है. सभी का उपचार अस्पताल में जारी है. डायरिया के मरीजों की संख्या गांव कोसीर में बढ़ने की जानकारी के बाद स्वास्थय विभाग ने गांव जाकर निरीक्षण किया. गांव में 3 दिवसीय स्वास्थ्य शिविर भी लगाया गया है. गांव में लगे टेप नल का पानी पीने से सभी की तबीयत बिगड़ी है. गांव के पटेल पारा और यादव पारा में ज्यादा मरीज हैं. PHE विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई है.
पानी पीने से बीमार हुए लोग: पामगढ़ सीएचसी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे मरीज के परिजनों ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत गांव में नल लगाया गया है. उसका पानी पीने से सोमवार रात से ही लोगों को उल्टी-दस्त होने लगी. इस गांव के कई घरों के लोग बीमार पड़े हैं. मरीजों की संख्या 80 से अधिक है. उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर पामगढ़ अस्पताल में उपचार कराने कई मरीज पहुंचे हैं.