जांजगीर चांपा : छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है.लेकिन चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए बुरी खबर है. जांजगीर चांपा में कांग्रेस में टूट दिखने लगी है. जांजगीर चांपा जिला पंचायत अध्यक्ष यनिता यशवंत चंद्रा ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा सौंपा है. यनिता ने अपना इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज को भेजा है.यानिता की माने तो उन्होंने पिछले 20 साल से कांग्रेस की सेवा की है.लेकिन मौजूदा समय में कांग्रेस पार्टी अपने सिद्धांत और विचार से भटक चुकी है.इसका विरोध करने वाले जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है.
सोशल मीडिया में तैर रहा इस्तीफा : सोशल मीडिया में जिला पंचायत अध्यक्ष यनिता चंद्रा का इस्तीफा वायरल होते ही जिला पंचायत जांजगीर चांपा में हड़कंप मच गया. 2 मई 2024 को भेजे गए पत्र मे यनिता ने अपनी पीड़ा बताई है और इसी माध्यम से इस्तीफा स्वीकार करने की मांग की है. आपको बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष यनिता यशवंत चंद्रा चरणदास महंत खेमे की मानी जाती है.चरणदास महंत ने ही यनिता को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया था.
इस्तीफे में यनिता ने क्या लिखा ?: यनिता का इस्तीफा जो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है,उसमें उन्होंने कारण लिखा है. यनिता ने लिखा कि ''20 वर्षो से कांग्रेस पार्टी के विचारधारा और मुख्यधारा से जुड़कर काम करती रही. कांग्रेस पार्टी के दायित्व का निर्वहन करते हुए कांग्रेस पार्टी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का काम करती रही हूं.मगर कुछ वर्षो से कांग्रेस अपने मूल सिद्धांत और विचारधारा से हट गई है. त्रिस्तरीय जनप्रतिनिधियों को हमेशा अनदेखा करने का कार्य करती है. ग्राम पंचायत में विकास का कार्य नहीं हो पाया. जिससे मेरी भावनाओं को ठेस पहुंचा है. जिसे लेकर मैं कांग्रेस पार्टी में काम नहीं करना चाहती हूं. इसलिए कांग्रेस पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देती हूं.''
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले यनीता चंद्रा के पति यशवंत चंद्रा ने अपने सोशल मीडिया में शिव डहरिया को लेकर एक पोस्ट लिखा था.जिसमें यशवंत ने शिव डहरिया को डेढ़ लाख मतों से पीछे रहने का दावा किया.यशवंत ने जैजैपुर विधायक सहित कई कांग्रेसियों को टैग कर उनकी राय मांगी थी.इस पोस्ट से कांग्रेस नेता नाराज थे. वहीं शनिवार को जिला पंचायत अध्यक्ष यानिता यशवंत चंद्रा के बीजेपी में शामिल होने की जानकारी मिल रही है.