जांजगीर चांपा: छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है.इस चुनाव में प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों पर मतदान होना है.इन सीटों पर एक सीट जांजगीर चांपा भी है. इस सीट पर कांग्रेस की ओर से शिव कुमार डहरिया मैदान में हैं. जबकि बीजेपी ने कमलेश जांगड़े को मैदान में उतारा है. इससे पहले की हम इन दोनों प्रत्याशियों के बारे में आपको जानकारी दें,आईए जानते हैं जांजगीर चांपा लोकसभा सीट का सियासी समीकरण क्या है.
जांजगीर चांपा लोकसभा सीट का इतिहास : जांजगीर चांपा लोकसभा के इतिहास की बात करें तो शुरुआती दौर में साल 1971 तक इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा था. लेकिन साल 1977 में इंदिरा विरोधी लहर में इस सीट पर बीएलडी ने जीत दर्ज की.इसके बाद 1980 और 1984 के चुनाव में फिर से इस सीट पर कांग्रेस ने कब्जा किया. 1989 के चुनाव में बीजेपी के दिलीप सिंह जूदेव ने इस लोकसभा पर जीत दर्ज की.इसके बाद हुए चुनाव में कभी कांग्रेस और कभी बीजेपी ने जीत दर्ज की.लेकिन 2000 में अलग राज्य बनने के बाद इस सीट पर फिर कभी कांग्रेस वापसी नहीं कर सकी.2004 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी की करुणा शुक्ला ने इस सीट को जीता.इसके बाद लगातार दो बार कमला पाटले और फिर साल 2019 में बीजेपी के गुहाराम अजगले इस सीट पर विजयी रहे.
जांजगीर चांपा लोकसभा का इतिहास | ||||||
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साल | जीतने वाले प्रत्याशी | वोट प्रतिशत | दल | दूसरे नंबर के प्रत्याशी | दल | वोट प्रतिशत अंतर |
2019 | गुहाराम अजगले | 46.28 | बीजेपी | रवि परसराम | कांग्रेस | 6.73 |
2014 | कमला पाटले | 49.19 | बीजेपी | प्रेमचंद जायसी | कांग्रेस | 16.59 |
2009 | कमला पाटले | 40.96 | बीजेपी | शिवकुमार डहरिया | कांग्रेस | 11.82 |
2004 | करुणा शुक्ला | 42.31 | बीजेपी | डॉ चरणदास महंत | कांग्रेस | 1.58 |
1999 | डॉ चरणदास महंत | 41.98 | कांग्रेस | बंशीलाल महतो | बीजेपी | 2.14 |
1998 | डॉ चरणदास महंत | 40.5 | कांग्रेस | मनहरलाल पाण्डेय | बीजेपी | 6.22 |
1996 | मनहरलाल पाण्डेय | 30.75 | बीजेपी | भवानी लाल वर्मा | कांग्रेस | 5.22 |
1991 | भवानी लाल वर्मा | 41.91 | कांग्रेस | दिलीप सिंह जूदेव | बीजेपी | 7.72 |
1989 | दिलीप सिंह जूदेव | 47.82 | बीजेपी | प्रभात मिश्रा | कांग्रेस | 17.69 |
1984 | प्रभात कुमार मिश्रा | 58.61 | कांग्रेस | बद्रीधर दीवान | बीजेपी | 41.74 |
1980 | रामगोपाल तिवारी | 48.1 | कांग्रेस (I) | मदन भैया | जेएनपी | 23.84 |
1977 | मदन भैया | 48.08 | बीएलडी | रामगोपाल तिवारी | कांग्रेस | 5.5 |
1971 | मिनी माता अगमदास | 61.37 | कांग्रेस | सुंदरलाल धनौजी | बीजेएस | 28.42 |
1967 | मिनीमाता | 62.23 | कांग्रेस | एस लाल | बीजेएस | 37.01 |
1962 | अमर सिंह | 54.26 | कांग्रेस | बलिहर सिंह | जेएस | 21.26 |
1957 | अमरसिंह सहगल | 52.82 | कांग्रेस | शिवाधीन | बीजेएस | 28.91 |
जांजगीर चांपा में पोलिंग बूथ : जांजगीर चांपा लोकसभा के वोटर्स की बात करें तो यहां आठ विधानसभा सीटें आती हैं. जिनमें जांजगीर, अकलतरा, पामगढ़, सक्ती, चंद्रपुर, जैजैपुर, बिलाईगढ़ और कसडोल शामिल हैं. इन आठ विधानसभा क्षेत्रों में 2212 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं. जांजगीर चांपा जिले के तीन विधानसभा अकलतरा में 235 बूथ, पामगढ़ में 214, जांजगीर चांपा में 220 बूथ हैं. सक्ती जिले में 3 विधानसभा सक्ती में 235, जैजैपुर में 270, चंद्रपुर में 260 बूथ है. वहीं, बलौदा बाजार जिले के कसडोल विधानसभा में 402 बूथ और सारंगढ बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ में 376 बूथ कुल 2212 बूथ हैं.
जांजगीर चांपा में वोटर्स की संख्या : जांजगीर चांपा में विधानसभा में 20 लाख 50 हजार 468 मतदाता हैं. जिसमें 10 लाख 29 हजार 756 पुरुष मतदाता, 10 लाख 20 हजार 685 महिला मतदाता और 27 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं.
कौन है शिव डहरिया: शिव डहरिया का जन्म साल 1964 में रायपुर जिले के छछानपैरी गांव में हुआ. पिता का नाम आशाराम डहरिया है. पारंपरिक काम खेती किसानी करते हुए उन्होंने BAMS आयुर्वेद चिकित्सा स्नातक की शिक्षा ली. स्कूल शिक्षा से ही सामाजिक गतिविधि और NCC से जुड़े रहे. कांग्रेस की विचारधारा से प्रेरित होकर साल 1989 से राजनीतिक क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया. 1990 में राजीव गाधी के निर्देश पर मध्यप्रदेश में बीजेपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जेल भी गए. अविभाजित मध्य प्रदेश में युवा कांग्रेस के महामंत्री सहित कई पदो में रहे. साल 2000 में राज्य मंत्री का दर्जा मिला. साल 2003 और 2008 में आरंग से विधायक बने. साल 2018 में कांग्रेस से चुनाव लड़कर भूपेश बघेल की सरकार मे नगरीय निकाय मंत्री के पद पर रहे.
भाजपा ने महिला नेता कमलेश जांगड़े को बनाया उम्मीदवार: इस सीट से सांसद गुहाराम अजगल्ले हैं लेकिन भाजपा ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित जांजगीर चांपा सीट पर नया और महिला प्रत्याशी उतारा है. बीजेपी ने सक्ति विधानसभा के मसनिया खुर्द की दो बार सरपंच और वर्तमान में सक्ति जिला बीजेपी मोर्चा की अध्यक्ष कमलेश जांगड़े को मैदान में उतारा है. कमलेश जांगड़े का जन्म साल 1977 में हुआ था. ये सक्ती के ही मसानिया गांव की रहने वाली हैं. बात करें शिक्षा की तो हिंदी साहित्य में एमए और डीएड किया है. स्कूल समय से ही कमलेश छात्र राजनीति में ये सक्रिय रहीं.
पिछले तीन चुनाव में भाजपा का दबदबा: जांजगीर चांपा लोकसभा सीट पर पिछले तीन बार के हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ही जीत मिली है.
2009 का रिजल्ट : साल 2009 में कांग्रेस से शिवकुमार डहरिया ने चुनाव लड़ा था. बीजेपी से कमला देवी पाटले उम्मीदवार थी. इस चुनाव में कमला देवी पाटले को 3 लाख 2 हजार 142 वोट मिले जबकि शिव कुमार डहरिया को 2 लाख 14 हजार 931 वोट मिले.
2014 का रिजल्ट :साल 2014 में कांग्रेस ने प्रेम चंद जायसी को चुनाव मैदान में उतारा. भाजपा ने फिर से कमला देवी पाटले को प्रत्याशी बनाया. कांग्रेस प्रत्याशी प्रेमचंद जायसी को चुनाव में 3 लाख 43 हजार 948 वोट मिले जबकि भाजपा प्रत्याशी कमला देवी पाटले को 5 लाख 18 हजार 909 वोट मिले. 2014 में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा.
2019 का रिजल्ट :2019 लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस ने रवि भारद्वाज और भाजपा से गुहाराम अजगल्ले चुनाव मैदान में रहे. रवि भारद्वाज को 4 लाख 89 हजार 535 वोट मिले और भाजपा प्रत्याशी गुहाराम अजगले को 5 लाख 72 हजार 790 वोट मिले. एक बार फिर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. जांजगीर चांपा लोकसभा सीट में लगातार 3 बार भाजपा की जीत हुई. बात करें वोट प्रतिशत की तो तीनों ही बार कांग्रेस के वोट परसेंट में वृद्धि हुई है.
जांजगीर चांपा लोकसभा सीट के चुनावी मुद्दे: बेरोजगारी यहां प्रमुख मुद्दा है. युवा सरकारी नौकरी के लिए भटक रहे हैं. हालांकि किसान और महिलाएं खुश नजर आ रही है. 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान खरीदी होने से किसान संतुष्ट दिख रहे हैं. जांजगीर चांपा में किसान वोटर्स ज्यादा है. जिससे किसान वोटों का फायदा भाजपा को हो सकता है. महतारी वंदन योजना का असर भी महिला वोटर्स पर दिख रहा है.