जोधपुर. सूरसागर में गत सप्ताह उपजे उपद्रव के मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. दोनों पक्षों के कई लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं. पुलिस पर भी कई आरोप लग रहे हैं. इस बीच जमीयत उलमा ए राजस्थान ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की है. उलमा के राजस्थान प्रवक्ता मुफ्ती हबीबुल्लाह नोमानी ने जोधपुर में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों से मिलकर घटनाक्रम के हर पहलू को ध्यान रखकर कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
मुफ्ती नोमानी ने बताया कि 21 जून की रात को जब दोनों पक्षों में समझौता हो गया, सभी अपने घरों में चले गए, इसके बाद पत्थर चलना शुरू हुए थे. यह पता लगाना जरूरी हो गया है कि आखिरकार इसकी शुरुआत किसने की थी. इसके निष्पक्ष जांच जरूरी है, लेकिन जांच निष्पक्ष हो यह महसूस भी होना चाहिए. उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष सदियों से साथ रहते आएं हैं. हमारे पूर्वज एक हैं. ऐसे में कहीं पर भी कोई जज्बाती होकर कुछ कर रहा है तो उसका हाथ पकड़ना होगा. सरकार को न्याय के साथ खड़ा होना चाहिए. समझौता होने के बाद इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. पत्थर चलाने की शुरुआत करने वालों का पता लगाना जरूरी है.
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एआईएमआईएम ने भी उठाए सवाल : सांसद असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के राजस्थान के जनरल सेक्रेटरी कासिफ जुबैरी ने जोधपुर में प्रशासन से मिलकर ज्ञापन दिया. पार्टी ने मांग की है कि इस घटनाक्रम में जिस भी पक्ष का नुकसान हुआ है, उनको आर्थिक सहायता उपलब्ध करवाएं. साथ ही पार्टी ने अपने ज्ञापन में लिखा है कि घटना के दिन के वीडियो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं. ऐसे में निष्पक्ष और ईमानदार अधिकारी से पुलिस की जांच करवानी चाहिए.