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'अफरा तफरी में सुक्खू सरकार, एक ही दिन में हो रही दो बार मंत्रिमंडल बैठक, रेवड़ियों की तरह बांटे जा रहे कैबिनेट रैंक'

Jairam Thakur Targets CM Sukhu: हिमाचल प्रदेश में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर में जुबानी जंग जारी है. एक बार फिर से जयराम ने सीएम सुक्खू पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा सीएम बौखलाहट में रेवड़ियों की तरह कैबिनेट रैंक बांट रहे हैं. वहीं, सरकार एक ही दिन में दो-दो बार कैबिनेट मीटिंग कर रही है. पढ़िए पूरी खबर...

Jairam Thakur Targets CM Sukhu
Jairam Thakur Targets CM Sukhu
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Mar 15, 2024, 7:29 PM IST

शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर प्रहार किया है. जयराम ने कहा, मुख्यमंत्री बौखलाहट में हैं. एक ही दिन में दो-दो बार कैबिनेट बैठक की जा रही है. कैबिनेट बैठकों में पूरे मंत्री भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. आखिर सरकार इतनी अफरा तफरी में क्यों हैं?

एक तरफ प्रदेश के युवा लंबित परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर महीनों से सड़कों पर हैं और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता के हितों को दरकिनार कर रेवड़ियों की तरह कैबिनेट रैंक देने में व्यस्त हैं. जिससे असंतुष्टों को साधा जा सके. एक तरफ सरकार आर्थिक तंगी का रोना तो रही है दूसरी तरफ कैबिनेट रैंक बांटकर करोड़ों रुपये का अनावश्यक बोझ प्रदेश की जनता थोप रही है.

जयराम ने कहा मुख्यमंत्री सुक्खू जिस तरह से अपने नेताओं का तुष्टिकरण कर रहे हैं, उससे कांग्रेस सरकार की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस तरह की अफरा तफरी आज तक नहीं देखी गई. एक विधायक को मुख्य सचेतक नियुक्ति करने की अधिसूचना जारी की जाती है, लेकिन गजट में उनकी नियुक्ति उप मुख्य सचेतक के रूप में की जाती है.

उन्होंने निशाना साधा कि जब मौका था तब जनहित के कामों के बजाय सरकार सत्ता का सुख भोगने में व्यस्त रही. अब लोक सभा चुनावों के ठीक पहले बिना बजट के प्रावधानों के योजनाएं घोषित करके आम लोगों को सरकार एक बार फिर ठगने का काम कर रही है. जिस तरह से मुख्यमंत्री अपने नाराज नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास कर रही है. इतनी मेहनत से अगर प्रदेशवासियों के हितों का ध्यान रखती तो आज स्थिति कुछ और होती. आज आलम यह है कि न तो कांग्रेस के नेता संतुष्ट हैं और न ही प्रदेश के लोग.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा एक तरफ सरकार आर्थिक बदहाली का रोना तो रही है तो दूसरी तरफ सलाहकारों की फौज खड़ी करने में लगी है. युवा डेढ़ साल से नौकरी की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री अपने प्राइवेट सेक्रेटरी को रिटायरमेंट के बाद भी सलाहकारों के रूप में नियुक्त कर ऐडजस्ट कर रही है. इससे साफ होता है कि मुख्यमंत्री केवल सत्ता का सुख लेने और अपने चहेतों को एडजस्ट करने के लिए ही काम कर रहे हैं.

जयराम ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री का काम प्रदेश के लोगों की भलाई और प्रदेश को आगे ले जाना होता है. लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री को न तो प्रदेश के हितों से कोई लेना-देना है और न ही प्रदेशवासियों से कोई लेना देना है. सरकार प्रदेश हित में काम करे न की सत्ता को बचाए रखने के लिए. कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो गई है. इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश के लोग कांग्रेस को झूठी गारंटियों का जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं. हिमाचल के लोग चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा को प्रचंड बहुमत से जीता कर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएंगे.

ये भी पढ़ें: 'नोट के दम पर सीएम की कुर्सी हथियाना चाहते हैं जयराम ठाकुर', मुख्यमंत्री सुक्खू का नेता प्रतिपक्ष पर हमला

शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर प्रहार किया है. जयराम ने कहा, मुख्यमंत्री बौखलाहट में हैं. एक ही दिन में दो-दो बार कैबिनेट बैठक की जा रही है. कैबिनेट बैठकों में पूरे मंत्री भी शामिल नहीं हो पा रहे हैं. आखिर सरकार इतनी अफरा तफरी में क्यों हैं?

एक तरफ प्रदेश के युवा लंबित परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने की मांग को लेकर महीनों से सड़कों पर हैं और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिए जनता के हितों को दरकिनार कर रेवड़ियों की तरह कैबिनेट रैंक देने में व्यस्त हैं. जिससे असंतुष्टों को साधा जा सके. एक तरफ सरकार आर्थिक तंगी का रोना तो रही है दूसरी तरफ कैबिनेट रैंक बांटकर करोड़ों रुपये का अनावश्यक बोझ प्रदेश की जनता थोप रही है.

जयराम ने कहा मुख्यमंत्री सुक्खू जिस तरह से अपने नेताओं का तुष्टिकरण कर रहे हैं, उससे कांग्रेस सरकार की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस तरह की अफरा तफरी आज तक नहीं देखी गई. एक विधायक को मुख्य सचेतक नियुक्ति करने की अधिसूचना जारी की जाती है, लेकिन गजट में उनकी नियुक्ति उप मुख्य सचेतक के रूप में की जाती है.

उन्होंने निशाना साधा कि जब मौका था तब जनहित के कामों के बजाय सरकार सत्ता का सुख भोगने में व्यस्त रही. अब लोक सभा चुनावों के ठीक पहले बिना बजट के प्रावधानों के योजनाएं घोषित करके आम लोगों को सरकार एक बार फिर ठगने का काम कर रही है. जिस तरह से मुख्यमंत्री अपने नाराज नेताओं को संतुष्ट करने का प्रयास कर रही है. इतनी मेहनत से अगर प्रदेशवासियों के हितों का ध्यान रखती तो आज स्थिति कुछ और होती. आज आलम यह है कि न तो कांग्रेस के नेता संतुष्ट हैं और न ही प्रदेश के लोग.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा एक तरफ सरकार आर्थिक बदहाली का रोना तो रही है तो दूसरी तरफ सलाहकारों की फौज खड़ी करने में लगी है. युवा डेढ़ साल से नौकरी की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन मुख्यमंत्री अपने प्राइवेट सेक्रेटरी को रिटायरमेंट के बाद भी सलाहकारों के रूप में नियुक्त कर ऐडजस्ट कर रही है. इससे साफ होता है कि मुख्यमंत्री केवल सत्ता का सुख लेने और अपने चहेतों को एडजस्ट करने के लिए ही काम कर रहे हैं.

जयराम ठाकुर ने कहा मुख्यमंत्री का काम प्रदेश के लोगों की भलाई और प्रदेश को आगे ले जाना होता है. लेकिन वर्तमान मुख्यमंत्री को न तो प्रदेश के हितों से कोई लेना-देना है और न ही प्रदेशवासियों से कोई लेना देना है. सरकार प्रदेश हित में काम करे न की सत्ता को बचाए रखने के लिए. कांग्रेस पूरी तरह से बेनकाब हो गई है. इस बार लोकसभा चुनाव में प्रदेश के लोग कांग्रेस को झूठी गारंटियों का जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं. हिमाचल के लोग चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा को प्रचंड बहुमत से जीता कर नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाएंगे.

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